गाजा/तेल अवीव: इजरायल और हमास के बीच हुए संघर्षविराम समझौते के तहत तीन इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया गया। इनकी पहचान अमेरिकी-इजरायली सागुई डेकल-चेन, रूसी-इजरायली अलेक्जेंड्रे ट्रूफानोव और अर्जेंटीनी-इजरायली आइयर हॉर्न के रूप में हुई है।
गाजा के दक्षिणी हिस्से में हुआ बंधकों का मुक्तीकरण
इन तीनों को शनिवार सुबह 10 बजे (स्थानीय समयानुसार) दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में मुक्त किया गया। मुक्त होने के बाद उन्हें हथियारबंद लोगों के साथ एक मंच पर देखा गया, जहां उन्होंने भीड़ को संबोधित किया। बताया जा रहा है कि ये बंधक पिछले सप्ताह रिहा किए गए इजरायली बंधकों की तुलना में बेहतर स्वास्थ्य में हैं।
369 फिलिस्तीनी कैदियों को मिली रिहाई
इसके बदले में, इजरायल ने 369 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया, जिसमें से 333 को गाजा भेजा गया और 36 को वेस्ट बैंक ले जाया गया। 24 कैदियों को मिस्र में निर्वासित कर दिया गया।
छह बसों में 333 कैदियों को केरेम शालोम बॉर्डर क्रॉसिंग से रफ़ा के रास्ते गाजा लाया गया, जहां खान यूनिस में उनका स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
इजरायली जेलों में कैदियों के कपड़ों को लेकर विवाद
रिहा किए गए कुछ फिलिस्तीनी कैदियों को इजरायली जेल सेवा द्वारा एक विशेष वर्दी पहनाई गई थी, जिसमें स्टार ऑफ डेविड के साथ “हम न भूलेंगे, न माफ करेंगे” लिखा था।
इस कदम की फिलिस्तीनी संगठनों, खासतौर पर हमास और इस्लामिक जिहाद, ने कड़ी निंदा की और इसे “अंतरराष्ट्रीय और मानवीय कानूनों का घोर उल्लंघन” बताया। बाद में, रिहा हुए कैदियों ने इन वर्दियों को जला दिया, जिसकी वीडियो फुटेज भी सामने आई है।
अब तक की सबसे बड़ी रिहाई
यह अब तक के कैदी विनिमय के तहत सबसे बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई है। संघर्षविराम के तहत यह छठा कैदी विनिमय समझौता था।
तेल अवीव और वेस्ट बैंक में कैदियों की रिहाई पर नजरें
तेल अवीव के “होस्टेज स्क्वायर” और किबुत्ज़ निर ओज़ में बंधकों की रिहाई को लेकर शांतिपूर्ण माहौल था। उधर, वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई का जश्न मनाया गया।
इस संघर्षविराम समझौते के चलते इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष में थोड़ी राहत मिली है, लेकिन भविष्य की स्थिरता को लेकर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है।
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