नई दिल्ली/प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (SP) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महा कुंभ मेले में हुई भगदड़ को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। लोकसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने दावा किया कि भगदड़ में मारे गए लोगों के शवों को जेसीबी और ट्रैक्टरों में भरकर ले जाया गया और कोई नहीं जानता कि उन्हें कहां फेंका गया।
अखिलेश यादव ने कहा,
“जब यह खबर आई कि कुछ लोगों की मौत हो गई है, तब सरकार ने सरकारी हेलीकॉप्टर में फूल भरकर वर्षा करवाई। यह कैसी सनातनी परंपरा है? वहां पड़े जूते, चप्पल, कपड़े और साड़ियों को भी जेसीबी और ट्रैक्टर ट्रॉली से उठाया गया और कहीं गायब कर दिया गया।”
महा कुंभ में मौतों की सही संख्या जारी करने की मांग
अखिलेश यादव ने महा कुंभ भगदड़ में मारे गए लोगों की वास्तविक संख्या जारी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार महा कुंभ में स्नान करने वालों की संख्या तो लगातार जारी कर रही है, लेकिन भगदड़ में मारे गए लोगों की सूची अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई।
उन्होंने कहा,
“जो लोग पुण्य कमाने आए थे, वे अपनों के शव लेकर वापस गए।”
सेना को सौंपा जाए कुंभ का आपदा प्रबंधन – अखिलेश यादव
🔹 अखिलेश यादव ने महा कुंभ आपदा प्रबंधन और खोया-पाया केंद्र को सेना को सौंपने की सिफारिश की।
🔹 उन्होंने कहा कि सरकार को संसद में भगदड़ में मारे गए लोगों, घायलों के इलाज, दवाओं, डॉक्टरों, भोजन, पानी और परिवहन की पूरी जानकारी प्रस्तुत करनी चाहिए।
🔹 उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि जो लोग इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार हैं और जिन्होंने आंकड़े छुपाए हैं, उन पर कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
सरकार पर VIP व्यवस्थाओं को प्राथमिकता देने का आरोप
🔹 समाजवादी पार्टी सांसद राम गोपाल यादव ने दावा किया कि 15,000 लोग अपने लापता परिजनों की तलाश कर रहे हैं, लेकिन सरकार कोई जानकारी नहीं दे रही।
🔹 उन्होंने कहा कि 1954 में जब प्रयागराज कुंभ मेले में भगदड़ हुई थी, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने संसद में मौतों और घायलों की सही संख्या बताई थी, लेकिन अब सरकार आंकड़े छुपा रही है।
🔹 योगी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा,
“हमारे मुख्यमंत्री VIP लेन और खास मेहमानों की व्यवस्था में लगे रहे, लेकिन आम लोगों की कोई परवाह नहीं की गई।”
संसद में विपक्ष ने किया हंगामा
🔹 29 जनवरी को हुई महा कुंभ भगदड़ में 30 लोगों की मौत होने की खबर है, लेकिन सरकार की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई।
🔹 विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया।
क्या बोले योगी आदित्यनाथ?
अब तक योगी सरकार की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। विपक्ष सरकार पर लगातार मृतकों के आंकड़े छुपाने और लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहा है।
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