छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मसीही समाज ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर राजनीतिक दलों पर उपेक्षा का आरोप लगाया। प्रेस क्लब में आयोजित इस कांफ्रेंस में समाज के प्रमुखों ने कहा कि मसीही समाज हमेशा से लोगों के सुख-दुख में साथ खड़ा रहा है, लेकिन राजनीतिक दलों ने हमेशा समाज को सिर्फ वोट बैंक समझा है।
एडवोकेट अल्बर्ट मसीह ने कहा कि मसीही समाज कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों के लिए तन, मन, धन से सहयोग करता रहा है। लेकिन जब टिकट देने की बात आती है, तो समाज को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि इस बार बिलासपुर नगरीय निकाय चुनाव में भी कांग्रेस और बीजेपी ने 70 वार्डों में से किसी भी वार्ड में मसीही समाज के व्यक्ति को टिकट नहीं दिया है।
निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला
मसीही समाज के प्रमुखों ने कहा कि बार-बार टिकट मांगने के बावजूद सिर्फ आश्वासन दिया जाता है, लेकिन इसे कभी अमल में नहीं लाया गया। इस उपेक्षा से आहत होकर अब मसीही समाज निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है। समाज का कहना है कि वे अपनी शक्ति और एकजुटता के बल पर राजनीतिक दलों को अपनी अहमियत समझाने का प्रयास करेंगे।
नई दिशा में जाने का संकेत
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह साफ किया गया कि मसीही समाज अब दोनों प्रमुख दलों पर निर्भर नहीं रहेगा। समाज के लोग अपने दम पर चुनाव लड़कर जनता की सेवा करेंगे और अपनी पहचान स्थापित करेंगे।