भिलाई, छत्तीसगढ़: नेवई थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बेटी ने अपने साथी के साथ मिलकर अपने पिता को 54 लाख रुपए की ठगी का शिकार बना दिया। मामले में रिसाली निवासी रेलवे कर्मी नरेन्द्र ने नेवई थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी बेटी और उसके साथी के खिलाफ धारा 420 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है।
कैसे रची गई ठगी की साजिश?
नरेन्द्र की पत्नी, जो गुंडरदेही में सरकारी स्कूल में व्याख्याता हैं, के नाम पर बैंक पासबुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड और तीन महीने की सैलरी स्लिप का उपयोग करके कई निजी बैंकों और कंपनियों से ₹54,22,880 का लोन लिया गया।
नरेन्द्र ने बताया कि उनकी बेटी ने इन दस्तावेजों को अपने मोबाइल पर मंगाया था। जब उनकी पत्नी के बैंक खाते से लोन की किस्त कटनी शुरू हुई, तो बेटी के साथी ने इसे ट्रेडिंग से जुड़ा संदेश बताकर गुमराह किया।
खुलासा कैसे हुआ?
जब नरेन्द्र ने अपने छोटे भाई को लोन की जानकारी दी, तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। जांच में पता चला कि लोन की अधिकांश राशि, करीब ₹41,98,827, आरोपी युवक के पिता के बैंक खाते में ट्रांसफर की गई।
पुलिस जांच जारी
प्राथमिक जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी युवक पिछले एक साल से नरेन्द्र के घर आ-जा रहा था और उनकी बेटी के साथ उसकी मित्रता थी। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।