इजरायल और हिज़बुल्ला के बीच जारी तनाव के बीच शुक्रवार को बेरूत के तायूनेह इलाके में एक बड़ा हवाई हमला हुआ, जिसमें एक 10-मंजिला आवासीय इमारत पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। यह हमला सुबह 1.30 बजे के करीब हुआ। इजरायली मिसाइल के गिरने से हुए विस्फोट में विशाल आग का गोला बना और इमारत मलबे के ढेर में तब्दील हो गई। आसपास की इमारतों और शहर के मुख्य पार्क होर्श बेरूत में धुआं और धूल फैल गई।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते आठ हफ्तों में 3,300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 14,400 से अधिक घायल हुए हैं। इस घटना में हिज़बुल्ला के ठिकानों को निशाना बनाया गया। इजरायल ने दक्षिणी बेरूत के कई इलाकों में लोगों को खाली करने का नोटिस दिया था।
पूर्वी लेबनान के दौरीस में भी एक इजरायली हवाई हमले में नागरिक आपदा प्रबंधन केंद्र पर बमबारी हुई, जिसमें कम से कम 13 लोग मारे गए। मृतकों में सभी आपातकालीन सेवाओं के कर्मचारी और स्वयंसेवक थे। इसे लेबनान के लिए अब तक की सबसे घातक घटनाओं में से एक माना जा रहा है।
हिज़बुल्ला पर इजरायल ने एंबुलेंस और चिकित्सा केंद्रों का हथियार परिवहन के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है, लेकिन इस दावे को अंतरराष्ट्रीय अधिकार समूहों ने “संभावित युद्ध अपराध” बताया है।
इस बीच, ईरान के सुप्रीम लीडर के सलाहकार अली लारिजानी ने बेरूत का दौरा किया और कहा कि ईरान लेबनान सरकार का समर्थन करता है। उन्होंने कहा, “समस्या इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी नीतियों से है।”
अमेरिका द्वारा संघर्ष समाप्त करने के लिए प्रस्तावित 60 दिनों के संघर्षविराम की योजना को लेकर बातचीत जारी है, लेकिन इस पर सहमति बनने की संभावना बेहद कम बताई जा रही है।