यमन के हूती विद्रोहियों ने बुधवार को अदन की खाड़ी में एक व्यापारिक जहाज पर मिसाइल से हमला किया, जिसमें चालक दल के दो सदस्यों की मौत हो गई।
गाजा में हमास के खिलाफ इजराइल के युद्ध छेड़ने के बाद यह हूती विद्रोहियों का पहला हमला है जिसमें लोगों की जान गई है।
हमला बारबाडोस के ध्वज वाले जहाज ‘ट्रू कॉन्फिडेंस’ पर हुआ। इस हमले के बाद एशिया और मध्य पूर्व को यूरोप से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग पर संघर्ष बढ़ गया है, जिससे जहाजों की वैश्विक आवाजाही बाधित हो गई है।
ईरान समर्थित हूतियों ने नवंबर में हमले शुरू किए थे और अमेरिका ने जनवरी में हवाई हमलों का अभियान शुरू किया था। हालांकि अमेरिका अब तक विद्रोहियों के हमलों को रोक नहीं सका है।
इस बीच, ईरान ने बुधवार को घोषणा की कि वह अमेरिकी ऊर्जा कंपनी शेवरॉन कॉर्प को भेजे जा रहे पांच करोड़ डॉलर मूल्य के कुवैती कच्चे तेल को जब्त कर लेगा। यह कच्चा तेल उस टैंकर में है जिसे उसने करीब एक साल पहले जब्त किया था।
अधिकारियों ने कहा कि अदन की खाड़ी में बुधवार को हुए हमले में बारबाडोस के ध्वज वाले ‘ट्रू कॉन्फिडेंस’ नामक मालवाहक पोत को निशाना बनाया गया। इसके बाद यमनी सैनिक होने का दावा करने वाले व्यक्तियों ने रेडियो पर इस हमले की सराहना की।
दो अमेरिकी अधिकारियों ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया कि बैलिस्टिक मिसाइल हमले में जहाज पर सवार चालक दल के दो सदस्यों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए।