अब मणिपुर के खिलाड़ियों ने दी पदक लौटने की चेतावनी, कहा जल्द हालत काबू में नहीं आए तो उठाना पड़ेगा यह कदम

नई दिल्ली। मणिपुर में बेकाबू हो रही हिंसा को लेकर यहां के पधक विजेताओं ने चिंता जाइकी है। खिलाड़ियों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर हालात को जल्द नियंत्रित किए जाने की मांग है। ओलिंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू सहित मणिपुर की 11 खेल हस्तियों ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर राज्य में चल रहे संकट का समाधान खोजने का आग्रह किया है। इन लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर राज्य में जल्द से जल्द शांति और सामान्य स्थिति बहाल नहीं की गई तो वे अपने अवॉर्ड और मेडल लौटा देंगे।

लेटर पर दस्तखत करने वालों में पद्म पुरस्कार विजेता वेटलिफ्टर कुंजारानी देवी, पूर्व भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कप्तान बेम बेम देवी और मुक्केबाज एल सरिता देवी शामिल हैं। इन्होंने नेशनल हाइवे-2 को भी खोलने की मांग की है। कुछ हफ्तों से ये हाइवे कई जगह पर ब्लॉक है, जिससे ट्रक वहां नहीं पहुंच रहे हैं और जरूरी वस्तुओं के दाम बढ़ रहे हैं।

यह उग्रवादी वारदात नहीं : सीडीएस चौहान
मंगलवार सुबह चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने मंगलवार को पुणे में कहा कि मणिपुर में हालात सामान्य होने में थोड़ा वक्त लगेगा। वहीं सीडीएस जनरल चौहान ने कहा- राज्य में हिंसा दो जातियों के बीच संघर्ष का परिणाम है और इसका उग्रवाद से कोई लेना-देना नहीं है। यह कानून-व्यवस्था का मामला है। हम राज्य सरकार की मदद कर रहे हैं। 28 मई को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बताया था कि राज्य में हिंसा शुरू होने के बाद पुलिस एनकाउंटर में 40 लोग मारे गए हैं। सीएम ने इन्हें मिलिटेंट बताया था। मुख्यमंत्री ने कहा था कि हिंसा में शामिल मिलिटेंट आम नागरिकों के खिलाफ एम-16, एके-47 असॉल्ट राइफलों और स्नाइपर गन का इस्तेमाल कर रहे हैं।

कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल मिला राष्ट्रपति से
इधर, पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में पार्टी नेताओं के डेलिगेशन ने राष्ट्रपति से मुलाकात की है। नेताओं ने राष्ट्रपति से मणिपुर हिंसा की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के जज की अध्यक्षता में एक हाई लेवल इन्क्वायरी कमेटी बनाने की मांग की है।

जयराम ने कहा- 22 साल पहले भी मणिपुर जल रहा था। तब प्रधानमंत्री अटल जी थे। आज फिर से मणिपुर जल रहा है, अब PM नरेंद्र मोदी हैं। इसका कारण BJP की विभाजनकारी व ध्रुवीकरण की राजनीति है। मणिपुर जल रहा था, लेकिन PM और गृहमंत्री कर्नाटक चुनाव में व्यस्त थे।
जयराम ने कहा- 22 साल पहले भी मणिपुर जल रहा था। तब प्रधानमंत्री अटल जी थे। आज फिर से मणिपुर जल रहा है, अब PM नरेंद्र मोदी हैं। इसका कारण BJP की विभाजनकारी व ध्रुवीकरण की राजनीति है। मणिपुर जल रहा था, लेकिन PM और गृहमंत्री कर्नाटक चुनाव में व्यस्त थे।