जगदलपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस फोर्स ने माओवादियों की लगाई 25-25 किलो की 2 सीरियल आईईडी को बरामद किया है। बताया जा रहा है कि माओवादी दंतेवाड़ा के अरनपुर जैसी एक और नक्सल घटना को अंजाम देने के फिराक में थे। जवानों से भरी गाड़ी आने का इंतजार कर रहे थे। हालांकि, इससे पहले ही जवानों ने सर्चिंग के दौरान नक्सलियों के इस नापाक मंसूबे को नाकाम कर दिया। नक्सलियों ने एक प्लास्टिक कंटेनर में 50 किलो का बारूद भर रखा था। मामला बासागुड़ा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने आवापल्ली-बासागुड़ा मुख्य मार्ग पर दुर्गा मंदिर के पास करीब 8 फीट चौड़ा और 5 फीट गहरा गड्ढा कर बारूद से भरा 2 कंटेनर दबाकर रखा था। यह आईईडी ठीक उसी तरह से प्लांट थी जिस तरह से दंतेवाड़ा के अरनपुर में प्लांट किए थे। इसके तार जंगल की तरफ बिछाए हुए थे। हालांकि, सीआरपीएफ के जवान जब सर्चिंग करते हुए इलाके में पहुंचे तो उन्होंने आईईडी डिडेक्ट की। जिसके बाद फौरन बीडीएस की टीम ने एक ही जगह से 25-25 किलो के 2 कंटेनर आईईडी बरामद की। जिसे मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया गया।
नक्सली कुछ दिन पहले ही बीच सड़क पर आईईडी दबा कर रख दिए थे।
नक्सलियों को पता था कि इस मार्ग से रोजाना जवान आवाजाही करते हैं। नक्सली बड़ी गाड़ी में जवानों के आवाजाही की रेकी भी कर रहे थे। लेकिन, जवान इलाके से या तो बाइक से या फिर पैदल ही सर्चिंग पर निकल रहे थे। पुलिस अफसरों की मानें तो इस 50 किलो वजनी आईईडी से एक एंटी लैंडमाइंस वाहन को भी बड़ी आसानी से उड़ाया जा सकता था।
बता दें 26 अप्रैल को नक्सलियों ने दंतेवाड़ा के अरनपुर में इसी तरह आईईडी प्लांट कर रखी हुई थी। यहां सर्चिंग से लौट रहे डीआरजी जवानों से भरी एक वाहन को ब्लास्ट कर उड़ाया था। इस वारदात में 10 डीआरजी जवानों समेत एक वाहन चालक की जान गई थी। इस घटना में शामिल अब तक कुल 17 नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।