भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज में पिच बड़ा विषय बनी हुई है। ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआत से ही स्पिन पिच को मुद्दा बनाया है। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफ्री के पहले मैच की पिच को लेकर ऑस्ट्रेलिया ने कहा था कि इसमें बाएं हाथ के बल्लेबाजों को रन बनाने में परेशानी होगी, लेकिन भारत के दोनों बाएं हाथ के बल्लेबाजों ने इस पिच पर अर्धशतक लगाए। टीम इंडिया ने 400 रन का स्कोर खड़ा किया। वहीं, ऑस्ट्रेलिया का कोई बल्लेबाज पूरे मैच में एक अर्धशतक तक नहीं लगा सका।पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम पूरे तीन भी नहीं खेल पाई और पारी और 132 रन से हार गई।इस मैच में हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने नागपुर की स्पिन पिच पर अभ्यास करने की इच्छा जताई थी, लेकिन उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो पाई, क्योंकि तब तक ग्राउंड स्टाफ पिच पर पानी डाल चुका था।ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के अनुसार ऑस्ट्रेलिया ने पिच को ऐसा ही रखने को कहा था ताकि खिलाड़ी कुछ और अभ्यास कर सकें और सीरीज के दूसरे मैच के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सकें। ऑस्ट्रेलिया ने कथित तौर पर कर्मचारियों को मुख्य विकेट और ट्रेनिंग पिचों को छोड़ने के लिए कहा था ताकि कंगारू खिलाड़ी रविवार दोपहर अभ्यास कर सकें। हालांकि, उन्हें बताया गया कि पिचों में शनिवार रात को ही पानी डाल दिया गया था।ऑस्ट्रेलियाई कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड ने बताया कि रविवार को एक अभ्यास सत्र होना था ताकि खिलाड़ी स्पिन पिच को बेहतर तरीके से समझ सकें। उन्होंने कहा कि भारत जिस तरह की पिच पर खेलना चाहता है, यह साफ है। ऑस्ट्रेलिया को पहले ही स्पिन पिच मिलने की उम्मीद थी और मैच के दौरान ऐसा ही हुआ। कंगारू टीम में 17 खिलाड़ी हैं और सभी अलग-अलग तरीके से अभ्यास कर रहे हैं। पहले मैच में खेलने वाले कुछ खिलाड़ी अगले मैच में बाहर बैठेंगे। इन बातों को ध्यान में रखते हुए अभ्यास किया जा रहा है।नागपुर में खेलने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम में बदलाव होना तय है। अनुभवी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और उनके टीम से बाहर जाने की प्रबल संभावना है। पहले मैच में ट्रेविस हेड को नहीं खिलाया गया था और टीम में उनकी वापसी हो सकती है। वहीं, कुहमैन तीसरे स्पिनर के रूप में टीम के साथ जुड़ सकते हैं।