मोहरी बाजा की मधुर स्वर लहरियों के बीच परंपरागत पूजा विधान के साथ मंत्री लखमा ने रखी माहरा समाज के भवन की आधारशिला

जगदलपुर (छत्तीसगढ़)। बस्तर की परंपराओं में मोहरी-बाजा का महत्वपूर्ण स्थान है। इसके बिना किसी भी शुभ कार्य की कल्पना बस्तर में नहीं होती। बस्तर में मोहरी बाजा वादन का कार्य परंपरागत रुप से माहरा समाज द्वारा किया जाता है। इसी माहरा समाज के सामाजिक भवन की आधारशिला प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने रखी। धरमपुरा में दो करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली इस भवन का लाभ संभाग में बसने वाले लगभग पौने चार लाख से अधिक सदस्यों को मिलेगा।

माहरा समाज के इस सामाजिक भवन की नींव रखने के लिए पहुंचे अतिथियों का समाज द्वारा आतिशबाजी के साथ जोशीला स्वागत किया गया। इस अवसर पर सांसद दीपक बैज, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, नगर निगम सभापति श्रीमती कविता साहू, माहरा समाज के समाज पुजारी मंगतू माहरा, सहित जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।