पीपीई की तरह घोटाले की भेंट न चढ़ जाए केंद्र का 20 लाख करोड़ का पैकेज : राजेन्द्र साहू

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय के बयान पर प्रदेश कांग्रेस महामंत्री राजेंद्र साहू ने करारा पलटवार किया है। साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नॉन घोटाला, धान घोटाला, मोबाइल वितरण घोटाला, आदिवासियों को गाय वितरण, चरण पादुका वितरण घोटाला सहित दो दर्जन से ज्यादा योजनाओं में बड़ा भ्रष्टाचार पकड़ा गया है। सरोज पांडेय स्पष्ट करें कि 20 लाख करोड़ का पैकेज केंद्र सरकार ने घोषित किया है तो इसमें घोटाला कांग्रेस सरकार कैसे कर सकती है। उन्होंने कहा कि हिमांचल के पीपीई घोटाला से भाजपा की प्रवृत्ति पहले ही स्पष्ट हो चुका है। कहीं 20 लाख करोड़ के पैकेज का यही हस्र करने की तैयारी तो नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस महामंत्री राजेन्द्र साहू सांसद सरोज पांडेय ने उस आरोप का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा है कि राहत पैकेज में कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार करना चाहती है। इस बयान के जवाब में राजेंद्र ने सवाल किया कि क्या सरोज पांडेय अस्पष्ट रूप से कहना चाहती हैं कि छत्तीसगढ़ में हुए रमन सरकार के अनगिनत घोटालों की तर्ज पर 20 लाख करोड़ का पैकेज भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएगा। पैकेज की घोषणा मोदी सरकार ने की है। अगर भ्रष्टाचार हुआ तो मोदी सरकार ही इसके लिए जिम्मेदार होगी। भाजपा सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार के लिए कांग्रेस पर कैसे आरोप मढ़ा जा सकता है?  साहू ने कहा कि वैसे भी कोरोना जैसे वैश्विक संकट के दौरान घोटाले के जितने भी मामले उजागर हुए हैं, उन सभी मामलों के तार भाजपा नेताओं से जुड़े हैं। हिमाचल प्रदेश का पीपीई घोटाला इसका ज्वलंत उदाहरण है। केंद्रीय स्तर पर अधिक रेट पर पीपीई किट खरीदने का घोटाला पहले ही उजागर हो चुका है। इससे साबित होता है कि घोटाले भाजपा कर रही है। कांग्रेस पर लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार हैं। साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने आम जनता को सीधे राहत देने का काम किया है। किसानों की कर्जमाफी, 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी, न्याय योजना जैसी योजनाओं से सीधे किसानों के खाते में पैसा जमा हुए हैं। दूसरी ओर, केंद्र सरकार के 20 लाख करोड़ के पैकेज से मजदूर, किसान, ठेला, खोमचा लगाने वाले फुटकर व्यवसाइयों, लघु उद्योग संचालकों को किसी भी तरह का फायदा नहीं मिल रहा।