नई दिल्ली, 3 फरवरी: चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए एग्जिट पोल के परिणामों को 5 फरवरी को शाम 6:30 बजे तक सार्वजनिक करने पर रोक लगा दी है। दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को परिणाम घोषित किए जाएंगे।
चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट (RP Act), 1951 की धारा 126A के तहत आयोग ने यह निर्णय लिया है। आदेश के अनुसार, 5 फरवरी को मतदान शुरू होने से लेकर 6:30 बजे तक, एग्जिट पोल के परिणाम किसी भी माध्यम से प्रकाशित या सार्वजनिक नहीं किए जा सकेंगे। यह आदेश दिल्ली विधानसभा चुनाव और उपचुनाव के लिए लागू रहेगा।
एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल पर प्रतिबंध
चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि 5 फरवरी के मतदान के 48 घंटे पहले ओपिनियन पोल या अन्य किसी प्रकार के सर्वेक्षण का प्रकाशन भी प्रतिबंधित रहेगा। इसका मतलब है कि 3 फरवरी की शाम 6:30 बजे के बाद कोई भी ओपिनियन पोल या सर्वेक्षण प्रकाशित या प्रसारित नहीं किया जा सकता।
चुनाव प्रचार का समापन
चुनाव प्रचार के लिए निर्धारित समाप्ति समय 3 फरवरी की शाम 5 बजे है, जिसके बाद मौन अवधि शुरू हो जाएगी। इस दौरान कोई भी प्रचार सामग्री या रैली आयोजित नहीं की जा सकेगी। भाजपा ने दिल्ली में 22 रोड शो और रैलियों की योजना बनाई है, जिसमें पार्टी 25 वर्षों बाद राजधानी में सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है।
वहीं, आप (AAP) ने तीसरे कार्यकाल के लिए आश्वस्त है, जबकि कांग्रेस अपनी खोई हुई स्थिति को पुनः प्राप्त करने के लिए प्रयासरत है।
दिल्ली में मतदान के लिए तैयार 1.56 करोड़ मतदाता
दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) के अनुसार, इस बार 1.56 करोड़ लोग वोट डालने के योग्य हैं, जो 13,766 मतदान केंद्रों पर मतदान करेंगे। इसमें 83.76 लाख पुरुष, 72.36 लाख महिलाएं, और 1,267 तीसरे लिंग के मतदाता शामिल हैं।
2015 और 2020 के चुनाव परिणामों पर नजर
2015 में, आप (AAP) ने 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थी, भाजपा को केवल 3 सीटें मिली थीं, और कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई थी। वहीं, 2020 में भी आप ने अपनी 62 सीटों पर जीत कायम रखी, भाजपा को 8 सीटें मिलीं, और कांग्रेस फिर से खाता खोलने में नाकाम रही।
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