दुर्ग (छत्तीसगढ़)। शहर की नालियों में कचरा डालकर स्वच्छता की अनदेखी करने वालों के खिलाफ दुर्ग निगम के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई की गई है। दुर्ग निगम के स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता ने शहर में संचालित चार नाश्ता सेंटरों पर कुल 9,500 रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
बता दें कि शहर में शासन के निर्देशानुसार स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 लागू है। इसके अंतर्गत नालियों, सड़कों, मोक्कड़ों को बेहतर साफ-सुथरा रखा जाना है। वार्डो के प्रत्येक गली और मोहल्लों में स्वच्छता बनाये रखने निवासियों को प्रोत्साहित भी किया जा रहा हैं वहीं कचरा फेकने व गंदगी करने पर जुर्माना लेकर दण्ड भी दिया जा रहा है।
समझाईश और चेतावनी के बाद भी शहर में होटल, दुकानदारों द्वारा नालियों में डिस्पोजल गिलाश व नाश्ता का प्लेट आदि नालियों में डाला जा रहा है। गायत्री मंदिर वार्ड स्थित अग्रसेन चौक के पास होटल संचालकों द्वारा नाली के ऊपर अतिक्रमण कर व्यवसाय का संचालन किया जा रहा है। इनके द्वारा नालियों में ही डिस्पोजल गिलास, नाश्ता का प्लेट आदि कचरा डालकर गंदगी की जा रही है। आम नागरिकों और वार्ड पार्षद की शिकायत पर आज निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन के निर्देश पर स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता द्वारा मौके का निरीक्षण किया गया। गंदगी पाये जाने पर और अतिक्रमण पाये जाने पर दुकानदारों से जुर्माना वसूल किया गया। भविष्य में दोबारा इस प्रकार का कार्य किये जाने पर दोगुना जुर्माना लिये जाने की चेतावनी दी गई । कार्रवाई के दौरान स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, स्वच्छता निरीक्षक जसवीर सिंह भुवाल, मेनसिंग मंडावी, दरोगा राजू सिंग एवं अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
इनसे वसूला गया जुर्माना
स्वास्थ्य विभाग द्वारा अग्रसेन चौक पर हरिशचंद्र रामटेके द्वारा नाली के ऊपर अतिक्रमण करने और नाली में गंदगी किये जाने पर 5000 रु. का जुर्माना लगाया गया। इसी प्रकार पार्षद राजकुमार नारायणी की शिकायत पर अग्रसेन चौक में नाश्ता सेंटर द्वारा डिस्पोजल व प्लेट नाली में डाले जाने पर विनय साहू से 2000 रु., मां बमलेश्वरी नाश्ता सेंटर के हितेन्द्र सिंह से 2000 रु. और सत्यम फुट जोन से 500 रु. का जुर्माना लेकर उन्हें चेतावनी दी गई कि दोबारा गंदगी करने और अतिक्रमण करने पर दोगुना जुर्माना वसूल कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी । आयुक्त बर्मन ने शहर के समस्त दुकानदारों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति यदि कचरा बाहर फेकता है नाली में डालता है तो उसकी सूचना निगम के स्वास्थ्य अधिकारी को अवश्य सूचना कर बतायें। ताकि ऐसे लोगों पर कड़ी कार्यवाही की जा सके।