रायपुर, 17 जून 2025 – राज्य में भीषण गर्मी और लू की स्थिति को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने स्कूलों के समय में अस्थायी बदलाव किया है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, सभी सरकारी एवं निजी स्कूल अब 17 जून से 21 जून तक सुबह 7.00 बजे से 11.00 बजे तक संचालित होंगे। यह निर्णय विद्यार्थियों को दोपहर की तेज़ धूप से बचाने के उद्देश्य से लिया गया है। नियमित समय 23 जून से पुनः लागू होगा।
इस बीच, पूरे राज्य में 16 जून को “शाला प्रवेश उत्सव” के साथ नए शैक्षणिक सत्र की रंगारंग शुरुआत हुई। रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर, रायगढ़, दुर्ग और भिलाई जैसे शहरों में शिक्षकों ने बच्चों का तिलक लगाकर और मिठाइयाँ बांटकर स्वागत किया। स्कूलों में उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला।

रायपुर के जिला शिक्षा अधिकारी विजय खंडेलवाल ने बताया कि 18 जून को ब्लॉक स्तर पर तथा 20 जून को जिला स्तर पर कन्या शाला में विशेष प्रवेश उत्सव आयोजित किया जाएगा। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक नामांकन सुनिश्चित करना और यह संदेश देना है कि शिक्षा से कोई भी बच्चा वंचित न रहे।
सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए स्कूलों के पुनर्गठन की दिशा में भी ठोस कदम उठाए हैं। पहले राज्य में 212 प्राथमिक और 48 पूर्व-माध्यमिक विद्यालय बिना किसी शिक्षक के संचालित हो रहे थे, जबकि 7,000 से अधिक स्कूलों में केवल एक ही शिक्षक कार्यरत था। अब प्रत्येक स्कूल में कम से कम एक शिक्षक की नियुक्ति सुनिश्चित की गई है।
वहीं, 166 ऐसे विद्यालय जो अति-न्यून उपयोग में थे, उन्हें एकीकृत किया गया है, और जिन स्कूलों में छात्रों की संख्या शून्य थी, उनका पुनर्मूल्यांकन किया गया है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोमवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट के ज़रिए छात्रों को शुभकामनाएँ दीं और राज्य की 100 प्रतिशत साक्षरता प्राप्त करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर कक्षा 12 तक ड्रॉपआउट दर को शून्य तक लाने का लक्ष्य बताया, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है।
साथ ही, मुख्यमंत्री ने “मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान” की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता और सीखने के परिणामों में सुधार लाना है।
