कोडाइकनाल में बंदर की हरकत ने उड़ाए सबके होश: 500-500 के नोटों की बारिश, वायरल हुआ वीडियो

कोडाइकनाल (तमिलनाडु), 16 जून 2025: तमिलनाडु के प्रसिद्ध हिल स्टेशन कोडाइकनाल से एक हैरान कर देने वाला और दिलचस्प वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक बंदर को पेड़ की ऊंची डाल पर बैठे हुए देखा जा सकता है, जो एक-एक कर 500-500 रुपये के नोट नीचे फेंक रहा है। यह घटना कोडाइकनाल के गुना केव्स इलाके की है, जहां हाल ही में भारी संख्या में पर्यटक पहुंचे हुए हैं।

पर्यटकों के बैग से उड़ाया नोटों का बंडल

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कर्नाटक से आए कुछ पर्यटकों का बैग एक बंदर ने झपट लिया। बैग में रखे 500 रुपये के नोटों का बंडल बंदर ने चुरा लिया और तेजी से पास के एक पेड़ पर चढ़ गया। पहले तो सभी को लगा कि उनके पैसे अब वापस नहीं मिलेंगे, लेकिन बंदर की अगली हरकत ने सबको चौंका दिया। वह पेड़ की सबसे ऊंची टहनी पर पहुंचा और फिर एक-एक कर नोटों को नीचे फेंकने लगा।

वीडियो हुआ वायरल, सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़

यह पूरी घटना वहां मौजूद एक अन्य पर्यटक ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर ली। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बंदर नोटों को पहले ध्यान से देखता है, फाड़ने की कोशिश करता है और फिर उन्हें नीचे फेंक देता है। इंसानी अंदाज़ में की गई इस हरकत ने सोशल मीडिया यूजर्स को खूब हंसाया।

एक यूजर ने मजे लेते हुए लिखा, “अब तो बंदरों को भी समझ आ गया है कि पैसे का क्या मूल्य है!” वहीं, कुछ ने सवाल किया कि क्या ये नोट असली थे? कई लोगों ने मजाक में यह भी कहा कि “बंदर को शायद भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध जताना था!”

कोडाइकनाल में बढ़ती बंदरों की शरारतें

कोडाइकनाल में बंदरों की शरारतें अब आम हो चली हैं। इससे पहले भी ऐसे वीडियो सामने आ चुके हैं, जिनमें बंदर किसी का मोबाइल, खाना, चश्मा, यहां तक कि कैमरा तक छीनते नजर आए हैं। गर्मियों की छुट्टियों में भारी पर्यटक संख्या के कारण बंदरों की यह हरकतें और भी बढ़ गई हैं।

प्रशासन अलर्ट पर, पर्यटकों को दी जा रही हिदायतें

स्थानीय प्रशासन ने इस वायरल वीडियो के बाद सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया है। पर्यटकों को सलाह दी जा रही है कि वे अपने कीमती सामान और खाद्य पदार्थ खुले में न रखें और बंदरों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।

निष्कर्ष

यह अनोखी और मजेदार घटना भले ही कुछ समय के लिए लोगों के चेहरे पर मुस्कान ले आई हो, लेकिन यह भी सोचने पर मजबूर करती है कि प्राकृतिक स्थानों पर इंसानी गतिविधियों का प्रभाव वन्यजीवों के व्यवहार पर किस तरह असर डाल रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *