रायपुर/नई दिल्ली | 15 जून 2025:
पाकिस्तान से जुड़े जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने देशभर के 8 राज्यों के 15 ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने सख्त बयान देते हुए कहा,
“हम बिरयानी खिला कर नहीं, जेल में डाल कर जवाब देते हैं।”
शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर बीजेपी सरकार की ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति है और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

कहां-कहां हुई छापेमारी?
एनआईए की टीमें दिल्ली, महाराष्ट्र (मुंबई), हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, असम और पश्चिम बंगाल में तैनात रहीं। कार्रवाई के दौरान इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, वित्तीय दस्तावेज़ और कई संदिग्ध सामग्री जब्त की गई है।
क्या है मामला?
एनआईए के मुताबिक, पकड़े गए संदिग्धों के पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स (PIOs) से सीधे संपर्क थे।
वे भारत की संवेदनशील सूचनाएं लीक कर, वित्तीय लाभ के बदले जासूसी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।
यह मामला 20 मई 2025 को दर्ज हुआ था, जब एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जो 2023 से PIOs को गोपनीय जानकारी दे रहा था। उसके पास से संदिग्ध लेन-देन के साक्ष्य भी मिले हैं।
किन धाराओं में मामला दर्ज?
- भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 61(2), 147, 148
- आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धारा 3 और 5
- गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 18
एनआईए ने कहा कि यह नेटवर्क एक सुनियोजित पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी साजिश का हिस्सा है और इसकी गहराई से जांच जारी है।
