रायपुर, 10 जून 2025।
छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासी, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक समुदाय के सर्वांगीण विकास को लेकर तेजी से कदम बढ़ा रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मंत्रालय महानदी भवन में विभागीय कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा करते हुए कई अहम घोषणाएं और योजनाओं का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने छात्रावास-आश्रम प्रबंधन के लिए नवीन पोर्टल लॉन्च किया, जो आश्रमों की निगरानी, सुविधाओं की उपलब्धता और पारदर्शिता को सुनिश्चित करेगा। इसके साथ ही, शिक्षण सत्र 2025-26 के लिए 85 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति और भोजन सहायता की पहली किश्त ऑनलाइन ट्रांसफर कर दी गई।
जनजातीय विकास को मिली प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार विशेष पिछड़ी जनजातियों और आदिवासी समाज के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए संकल्पित है। उन्होंने पीएम जनमन और धरती आबा जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं को समयबद्ध और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। शिविरों के माध्यम से आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड और जाति प्रमाण पत्र जैसे जरूरी दस्तावेज भी बनाए जा रहे हैं।
छात्रावासों में रियल टाइम निगरानी की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने आश्रम-छात्रावासों की व्यवस्था में सुधार लाते हुए रियल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को एक समान सुविधाएं मिलनी चाहिए और कहीं भी लापरवाही पाए जाने पर कठोर कार्रवाई होगी।
खेल, करियर और संस्कृति पर विशेष ध्यान
राज्य के 20 क्रीड़ा परिसरों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने और प्रयास विद्यालयों में उच्च शिक्षित प्रशिक्षकों की नियुक्ति पर भी बल दिया गया। इंजीनियरिंग, मेडिकल, CLAT, CUET जैसे करियर विकल्पों के लिए बच्चों को बेहतर मार्गदर्शन देने की योजना बनाई गई है।
शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय को मिलेगी नई पहचान
मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर में निर्माणाधीन शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय की समीक्षा की। इसमें परलकोट, सोनाखान और भूमकाल विद्रोह की घटनाओं को दर्शाने के साथ-साथ स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी नायकों के योगदान को आधुनिक तकनीकों से प्रस्तुत किया जाएगा।
उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में हुई समीक्षा
इस महत्वपूर्ण बैठक में आदिवासी विकास मंत्री राम विचार नेताम, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, सचिव राहुल भगत तथा विभागीय प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
