भारतीय शेयर बाजार ने तोड़ा गिरावट का सिलसिला, RBI की नीतियों से निवेशकों को मिली नई ऊर्जा

मुंबई, 9 जून 2025 – भारतीय शेयर बाजार ने लगातार तीसरे सप्ताह समेकन (Consolidation) का दौर जारी रखा, लेकिन दो सप्ताह की गिरावट के बाद इस सप्ताह सकारात्मक रुख के साथ बंद हुआ। घरेलू संकेतकों में मजबूती और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की आश्चर्यजनक मौद्रिक नीति ने निवेशकों में नई उम्मीद जगाई और बाजार को ऊंचाई की ओर ले जाने में मदद की।


RBI के फैसलों से बाजार में उछाल

शुक्रवार को RBI ने रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती कर इसे 5.50% कर दिया, जो कि बाजार की उम्मीद से दोगुना था। साथ ही, कैश रिज़र्व रेशियो (CRR) को 100 बेसिस पॉइंट घटाकर 3% कर दिया गया—जो कि अप्रैल 2021 के बाद सबसे निचला स्तर है। इस कदम से बैंकों के लिए फंडिंग की लागत कम होगी और कर्ज वितरण में तेजी आएगी, जिससे रेट-सेंसिटिव सेक्टरों में उछाल देखा गया।


सेंसेक्स और निफ्टी ने दिखाई मजबूती

सप्ताह के अधिकांश समय बाजार सीमित दायरे में रहा, लेकिन शुक्रवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली।

  • Nifty 50 ने 252 अंकों की बढ़त के साथ मनोवैज्ञानिक रूप से अहम 25,000 अंक का स्तर फिर से हासिल किया।
  • Sensex ने 738 अंकों की छलांग लगाई और 82,189 पर बंद हुआ।
  • सप्ताह के दौरान दोनों इंडेक्स 1% की वृद्धि के साथ बंद हुए।

Bank Nifty ने बनाया नया रिकॉर्ड

Bank Nifty ने अन्य सभी इंडेक्स को पछाड़ते हुए 1.5% की तेजी के साथ 56,578.40 पर सप्ताह समाप्त किया और 56,695 का ऑल टाइम हाई भी बनाया। यह लगातार चौथा सप्ताह है जब बैंकिंग सेक्टर ने सकारात्मक प्रदर्शन किया।


मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में दिखा निवेशकों का रुझान

मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स ने बेंचमार्क इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया, जो दर्शाता है कि बाजार में ‘रिस्क-ऑन’ सेंटिमेंट बन रहा है। इन सूचकांकों में 2.8% से 4% तक की बढ़त दर्ज की गई।


आने वाले सप्ताह के प्रमुख ट्रिगर

दूसरे सप्ताह (10-14 जून) में निवेशकों की नजर इन प्रमुख कारकों पर रहेगी:

  • थोक और खुदरा महंगाई (CPI) आंकड़े
  • विदेशी पूंजी का प्रवाह (FPI/FDI)
  • नए IPOs और SME लिस्टिंग
  • वैश्विक टैरिफ और व्यापार नीति घोषणाएं
  • जियोपॉलिटिकल घटनाक्रम और विदेशी बाजारों से संकेत

निष्कर्ष

RBI की नीतिगत घोषणाओं ने भारतीय बाजार में तेजी की नई लहर पैदा कर दी है। अगर आगामी सप्ताह में घरेलू मैक्रो डेटा और वैश्विक संकेतक अनुकूल रहे, तो बाजार में और तेजी देखी जा सकती है। निवेशकों के लिए यह सप्ताह निर्णयात्मक हो सकता है।

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