पेंड्रा, 3 जून 2025 — छत्तीसगढ़ के पेंड्रा में शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण काउंसलिंग में देरी और सूची में गंभीर त्रुटियों के चलते शिक्षकों में जबरदस्त नाराजगी देखी जा रही है। शासन द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में उठाए गए इस महत्वपूर्ण कदम में प्रक्रिया की लापरवाही और प्रशासनिक असमर्थता ने पूरे कार्यक्रम को सवालों के घेरे में ला दिया है।
मंगलवार को निर्धारित समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक काउंसलिंग होनी थी, लेकिन दोपहर 12 बजे तक भी प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी। जिले के तीनों विकासखंडों से आए शिक्षक सुबह 9:30 बजे से सेजस स्कूल, पेंड्रा में मौजूद रहे, लेकिन शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी समय पर नहीं पहुंचे।
सूची में त्रुटियां और अधीक्षकों की उपेक्षा से बढ़ा असंतोष
शिक्षकों ने बताया कि सोमवार को रिक्त स्कूलों और अतिशेष शिक्षकों की सूची समय पर जारी नहीं हुई, और जो सूची रात में जारी की गई उसमें कई त्रुटियां थीं, जिस पर शिक्षकों ने आपत्ति दर्ज कराई। खासकर छात्रावासों में अधीक्षक के रूप में कार्यरत शिक्षकों को सूची में शामिल नहीं किया गया, जिससे शिक्षकों में और अधिक असंतोष फैल गया।
कलेक्टर ने की अतिरिक्त अधिकारियों की तैनाती
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने सोमवार देर शाम आदेश जारी कर अतिरिक्त कलेक्टर शाहिद की अगुआई में दो सहायक कलेक्टरों की टीम गठित की है। वहीं एसडीओपी और पुलिस कर्मियों की भी तैनाती की गई है, ताकि किसी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
शिक्षकों ने प्रशासन से समयबद्धता, पारदर्शिता और सुधारित सूची के साथ प्रक्रिया में सुधार की मांग की है। यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो विरोध और तेज़ हो सकता है।
