दुर्ग, 27 मई 2025 –
भिलाई इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीआईटी) में एक दिवसीय सिविल डिफेंस जनजागृति प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन हुआ, जिसमें 400 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन परिस्थितियों, प्राकृतिक आपदाओं एवं अग्निकांड जैसी घटनाओं के प्रति सजग और तैयार बनाना था।
इस कार्यक्रम का आयोजन जिला सेनानी होमगार्ड श्री नागेन्द्र कुमार सिंह, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। प्रशिक्षण में विशेषज्ञों ने सिविल डिफेंस की भूमिका, प्राथमिक उपचार, अग्निशमन के उपाय, हवाई हमले के समय की जाने वाली कार्यवाही, ब्लैकआउट प्रक्रिया और बाढ़ जैसे हालात में राहत-बचाव जैसे विषयों पर सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक जानकारी दी।

प्रशिक्षण के दौरान मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया गया, जिसमें प्रतिभागियों को आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने के तरीके सिखाए गए। छात्रों, संस्थान के कर्मचारियों, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट-गाइड, नेहरू युवा केंद्र और भूतपूर्व सैनिकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि “आपदा प्रबंधन में नागरिकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को तकनीकी रूप से ही नहीं, सामाजिक रूप से भी जिम्मेदार नागरिक बनाते हैं।”
प्रशिक्षण के मुख्य वक्ता श्री नागेन्द्र कुमार सिंह, श्री शेखर बोरवणकर (सेवानिवृत्त डिविजनल कमांडेंट, होमगार्ड) और श्री रामचन्द्र साहू (सेवानिवृत्त स्टाफ ऑफिसर, बीएसपी) रहे, जिन्होंने प्रतिभागियों को आपदा की स्थिति में व्यवहारिक जानकारी और सुरक्षा उपायों से अवगत कराया।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री विरेन्द्र सिंह, संभागीय सेनानी नगर सेना रायपुर श्रीमती अनिमा कुजूर, तथा ग्रुप कैप्टन श्री प्रवीण दाबोले भी उपस्थित थे।
इस सफल आयोजन ने न केवल प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन में सक्षम बनाया, बल्कि नागरिक सुरक्षा के महत्व को भी रेखांकित किया।
