दुर्ग/रायपुर — छत्तीसगढ़ का प्रमुख औद्योगिक शहर दुर्ग अब एक बड़े बदलाव की ओर अग्रसर है। शहर में कनेक्टिविटी, शहरी विकास और औद्योगिक क्षमता को बढ़ावा देने वाले कई महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स शुरू हो चुके हैं, जो न केवल दुर्ग बल्कि पूरे प्रदेश की आर्थिक दिशा और दशा को बदलने जा रहे हैं।
🚧 दुर्ग-रायपुर-अरंग एक्सप्रेसवे से 20 मिनट में सफर
भारतमाला परियोजना के तहत 92.1 किमी लंबा 6 लेन का ग्रीनफील्ड एक्सेस-कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है, जो दुर्ग से रायपुर होते हुए अरंग तक पहुंचेगा। यह हाईवे अंजोरा, पतोरा, सुपकोना, अभनपुर और नया रायपुर जैसे प्रमुख क्षेत्रों से होकर गुजरेगा। इस परियोजना की शुरुआत जून 2023 में हुई थी और इसे मई 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इससे दुर्ग और रायपुर के बीच यात्रा समय घटकर सिर्फ 20 मिनट रह जाएगा।

🛣️ रायपुर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे से व्यापार को बढ़ावा
530 किमी लंबा रायपुर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे, जो दुर्ग से गुजरते हुए राजनांदगांव, गढ़चिरौली जैसे शहरों को जोड़ेगा, व्यापार और आवागमन में क्रांतिकारी सुधार लाएगा। यह मध्य और दक्षिण भारत के बीच व्यापार को गति देने वाला एक महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट है।
🚇 रायपुर-दुर्ग मेट्रो रेल: शहरी यातायात का भविष्य
छत्तीसगढ़ सरकार ने रायपुर-दुर्ग मेट्रो रेल परियोजना के फिजिबिलिटी स्टडी के लिए 5 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। यह प्रोजेक्ट शहरी परिवहन को आधुनिक, सुगम और प्रदूषण रहित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
🏭 औद्योगिक क्षेत्र को मिलेगा नया आयाम
दुर्ग जिले में नए उद्योगों की स्थापना की जा रही है:
- भिलाई में कंवेययर बेल्ट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट: सालाना 20,000 मीटर बेल्ट उत्पादन का लक्ष्य।
- कंदरका में एग्रीकल्चरल इक्विपमेंट प्लांट: हर वर्ष 1050 मीट्रिक टन कृषि उपकरणों का निर्माण जैसे कि हैरो, कल्टीवेटर, स्कैरीफायर आदि।
⚡ NSPCL की ऊर्जा क्षमता में होगा इजाफा
NTPC-SAIL पॉवर कंपनी लिमिटेड (NSPCL), जो भिलाई में 114 मेगावाट की बिजली उत्पादन क्षमता के साथ संचालित हो रही है, अब 250 मेगावाट की नई यूनिट लगाने की योजना बना रही है। यह कदम दुर्ग क्षेत्र में बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगा।
इन बहुआयामी परियोजनाओं से दुर्ग का शहरी और औद्योगिक चेहरा पूरी तरह से बदलने वाला है। आने वाले वर्षों में दुर्ग छत्तीसगढ़ के विकास की रीढ़ बनने जा रहा है।
