पीएम-आशा योजना के तहत किसानों का पंजीयन शुरू, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होगा फसलों का उपार्जन

जिले में प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान (पीएम-आशा योजना) के तहत किसानों के एकीकृत कृषक पोर्टल में पंजीयन प्रक्रिया शुरू हो गई है। योजना के अंतर्गत खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में अरहर, मूंग, उड़द, मूंगफली और सोयाबीन तथा रबी विपणन वर्ष 2025-26 में चना, मसूर और सरसों की फसलें प्राइस सपोर्ट स्कीम (पीएसएस) के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदी जाएंगी।

कहां होंगे उपार्जन और भंडारण केंद्र?

राज्य सरकार ने जिले में फसलों की खरीद और भंडारण के लिए विभिन्न केंद्र अधिसूचित किए हैं

  • उपार्जन केंद्र:
    • धमधा ब्लॉक: अहिवारा, लिटिया, कन्हारपुरी और गोटा की प्राथमिक सेवा सहकारी समितियां
    • दुर्ग ब्लॉक: चंद्रखुरी की प्राथमिक सेवा सहकारी समिति
  • भंडारण केंद्र:
    • धमधा: सीजीएसडब्ल्यूसी (छत्तीसगढ़ राज्य भंडारण निगम) धमधा
    • दुर्ग: सीजीएसडब्ल्यूसी दुर्ग

कौन करेगा खरीदी?

फसलों की खरीदी के लिए एनसीसीएफ (नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन) को प्रोक्योरमेंट एजेंसी बनाया गया है। वहीं, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) योजना के क्रियान्वयन की नोडल एजेंसी होगी, जो प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पीएसीएस) के माध्यम से किसानों से फसल खरीदेगी

फसलों की खरीदी की समय सीमा

उप संचालक कृषि संदीप भोई के अनुसार, फसलों का उपार्जन निम्नलिखित अवधि में किया जाएगा:

  • अरहर, मूंग, उड़द, मूंगफली, सोयाबीन: 15 फरवरी 2025 से 15 मई 2025
  • चना, मसूर: 01 मार्च 2025 से 30 मई 2025
  • सरसों: 15 फरवरी 2025 से 15 मई 2025

किसानों के लिए जरूरी सूचना

फसलों की बिक्री के लिए किसानों को एकीकृत कृषक पोर्टल में फसलवार और मौसमवार पंजीयन करवाना अनिवार्य है। जिले के सभी किसानों से अपील की गई है कि वे जल्द से जल्द अपनी नजदीकी सेवा सहकारी समिति में जाकर पंजीयन कराएं, ताकि वे अपनी फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर बेच सकें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *