हैदराबाद। तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीसैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) टनल में हुए हादसे की जांच कर रहे 10 इंजीनियरिंग विशेषज्ञों ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अप्रत्याशित मिट्टी धंसने (Mudslide) की वजह से टनल की छत गिर गई, जिससे 8 लोग अंदर फंस गए।
रेस्क्यू ऑपरेशन को 72 घंटे से अधिक हो चुके हैं, लेकिन अब भी फंसे लोगों तक पहुंचना मुश्किल बना हुआ है।
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कैसे हुआ हादसा?
- विशेषज्ञों के मुताबिक, टनल के ऊपर के पहाड़ों से पानी का रिसाव हो रहा था, जिससे मिट्टी कमजोर पड़ गई।
- इस वजह से मिट्टी धंस गई और टनल की छत गिर गई, जिससे दुर्घटना हुई।
- विशेषज्ञों ने कहा कि आमतौर पर टनल निर्माण में इस तरह के मिट्टी धंसने की घटनाएं नहीं होतीं, लेकिन इस क्षेत्र में पानी का बहाव अधिक था, जिससे यह हादसा हुआ।
रेस्क्यू ऑपरेशन पर रोक क्यों?
- मंगलवार को SDRF, NDRF और सेना की टीमें राहत कार्य में जुटी थीं, लेकिन नई मिट्टी धंसने की आशंका के कारण बचाव कार्य को रोकना पड़ा।
- विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि अगर मलबा हटाने की कोशिश की गई, तो और मिट्टी धंस सकती है, जिससे बचाव दल के सदस्यों की जान को खतरा हो सकता है।
सरकार और विपक्ष आमने-सामने
- तेलंगाना के सिंचाई मंत्री एन. उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि यह प्राकृतिक आपदा थी, न कि मानवीय गलती।
- उन्होंने कहा कि सरकार कोई भी जोखिम नहीं ले सकती और जब तक टनल की संरचनात्मक स्थिरता सुनिश्चित नहीं हो जाती, रेस्क्यू ऑपरेशन को सीमित रखा जाएगा।
- विपक्षी भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने सरकार पर आरोप लगाया कि खनन कार्य को जोखिम के बावजूद जारी रखा गया, जिससे यह हादसा हुआ।
- रेड्डी ने विपक्ष से राजनीति न करने की अपील करते हुए कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन सरकार की प्राथमिकता है।
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