छतरपुर (मध्य प्रदेश)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को विपक्ष पर जोरदार हमला बोला और उन नेताओं की आलोचना की जो धार्मिक परंपराओं का मजाक उड़ाते हैं और समाज को विभाजित करने का प्रयास करते हैं। उनकी यह टिप्पणी तब आई जब विपक्ष के कुछ नेताओं ने महाकुंभ मेले की आलोचना की थी।
धर्म और परंपराओं पर हमला करने वालों पर पीएम मोदी का निशाना
छतरपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा,
“आजकल कुछ नेता धर्म का मजाक उड़ाते हैं, उसे अपमानित करते हैं और समाज को बांटने का काम करते हैं। कई बार विदेशी ताकतें भी इन लोगों का समर्थन करके देश और धर्म को कमजोर करने की कोशिश करती हैं। हिंदू आस्था से नफरत करने वाले लोग सदियों से अलग-अलग रूपों में मौजूद रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग मंदिरों, परंपराओं और त्योहारों को निशाना बना रहे हैं, क्योंकि उनका उद्देश्य समाज की एकता को तोड़ना है।
बागेश्वर धाम में कैंसर अस्पताल बनाने की घोषणा
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने बागेश्वर धाम के आध्यात्मिक गुरु धीरेंद्र शास्त्री की सराहना की और उनके एक नए समाज सेवा अभियान की घोषणा की। पीएम मोदी ने कहा कि बागेश्वर धाम में कैंसर अस्पताल का निर्माण किया जाएगा, जिससे जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।
“धीरेंद्र शास्त्री जी लंबे समय से देश में एकता का मंत्र दे रहे हैं। अब उन्होंने समाज और मानवता के हित में एक और संकल्प लिया है—यह कैंसर अस्पताल बनाने का संकल्प। यानी अब बागेश्वर धाम में भजन, प्रसाद और स्वस्थ जीवन का भी आशीर्वाद मिलेगा,” पीएम मोदी ने कहा।
महाकुंभ मेले पर विपक्ष का हमला और भाजपा की आलोचना
भाजपा ने उन विपक्षी नेताओं को आड़े हाथों लिया है जिन्होंने महाकुंभ मेले की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए।
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ कहा, क्योंकि अतीत में प्रयागराज और दिल्ली में भगदड़ के कारण कई लोगों की मौत हुई थी।
- समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने महाकुंभ मेले के भव्य आयोजन और बजट पर सवाल उठाए।
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि “हजारों लोग भगदड़ में मारे गए।”
- सपा सांसद जया बच्चन ने यहां तक दावा किया कि “मृत शरीर गंगा में फेंके गए।”
- राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने महाकुंभ मेले को “बेकार का आयोजन” बताया।
