प्रकृति लम्साल की आत्महत्या के बाद नेपाल-भारत में बढ़ा तनाव
ओडिशा के Kalinga Institute of Industrial Technology (KIIT) यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली 20 वर्षीय नेपाली छात्रा प्रकृति लम्साल की आत्महत्या के बाद मामला अंतरराष्ट्रीय विवाद बनता दिख रहा था। हालांकि, नई दिल्ली और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने स्थिति को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ABVP ने की त्वरित कार्रवाई, नेपाली छात्रों को दिया समर्थन
प्रकृति लम्साल की आत्महत्या के बाद छात्रों ने KIIT प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। आरोप लगाया गया कि लम्साल को उनके सहपाठी 21 वर्षीय अद्विक श्रीवास्तव द्वारा ब्लैकमेल और उत्पीड़न किया जा रहा था, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली। मामले में श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया गया है।
KIIT प्रशासन ने 17 फरवरी को सभी नेपाली छात्रों को हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया, जिसके बाद छात्रों को ABVP ने मदद दी और उनके समर्थन में विरोध प्रदर्शन शुरू किए। ABVP ने ओडिशा इकाई को तीन प्रमुख निर्देश दिए:
- नेपाली छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना
- दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करना
- विरोध प्रदर्शन शुरू करना
राजनीतिक दबाव के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन बैकफुट पर
ABVP के राज्य संगठक बुद्धदेव बाग ने व्यक्तिगत रूप से उन छात्रों से संपर्क किया, जो हॉस्टल खाली करने के बाद असहाय थे। ABVP ने तीन हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए, जिससे नेपाली छात्र सहायता मांग सकें।
ABVP के राष्ट्रीय महासचिव वीरेंद्र सोलंकी ने शिक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय से हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा, “ABVP प्रभावित छात्रों के साथ मजबूती से खड़ा है और न्याय की मांग करता है।”
भाजपा भी छात्रों के समर्थन में उतरी
राज्य बीजेपी को निर्देश दिया गया कि वे छात्रों के समर्थन में खड़े दिखें। भाजपा विधायक बाबू सिंह ने ओडिशा विधानसभा में मुद्दा उठाते हुए KIIT के संस्थापक अच्युत सामंत की गिरफ्तारी की मांग की। वहीं, उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सुरज ने सवाल उठाए कि विदेशी छात्रों से जुड़ी घटना की जानकारी सरकार को क्यों नहीं दी गई?
मामले में सख्त कार्रवाई, पांच कर्मचारियों पर केस दर्ज
KIIT प्रशासन पर अपराधिक लापरवाही के आरोप लगे, जिसके चलते पांच कर्मचारियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। मृतक के भाई की शिकायत के आधार पर अद्विक श्रीवास्तव को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
ABVP का विरोध प्रदर्शन जारी, कई शहरों में प्रदर्शन
ABVP ने इस मुद्दे को लेकर भुवनेश्वर और संबलपुर समेत कई शहरों में प्रदर्शन तेज कर दिया है। ABVP के ओडिशा सचिव श्वेतांशु बरई ने संबलपुर में ‘मशाल मार्च’ का नेतृत्व किया, जबकि अन्य कार्यकर्ताओं ने KIIT परिसर के बाहर बाइक रैली और पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की।
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