रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के डुंडा स्थित अशोका पाम मिडोज कॉलोनी में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराधा रानी से समस्त छत्तीसगढ़वासियों की सुख-समृद्धि, शांति और मंगलमय जीवन की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कथाव्यास पंडित श्री कृष्ण गौड़ शास्त्री से आशीर्वाद लिया और श्रीकृष्ण-सुदामा प्रसंग का श्रवण किया। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है, बल्कि धर्म, प्रेम और कर्तव्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी देती है।
भगवान श्रीराम की वनवास स्थली छत्तीसगढ़, रामभक्तों के लिए विशेष योजनाएं
मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ को भगवान श्रीराम की वनवास स्थली बताते हुए कहा कि यहां श्रीराम को “भांचा” (भांजा) के रूप में सम्मान दिया जाता है। उन्होंने कहा कि “श्रीरामलला दर्शन योजना” के तहत अब तक 20,000 से अधिक श्रद्धालु अयोध्या धाम में श्रीरामलला के दर्शन कर चुके हैं।
इसके अलावा प्रयागराज महाकुंभ 2025 को लेकर भी मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि इस बार 144 वर्षों बाद दुर्लभ संयोग बना है। छत्तीसगढ़ सरकार ने महाकुंभ में “छत्तीसगढ़ पवेलियन” स्थापित किया है, जहां निःशुल्क आवास, भोजन और अन्य सुविधाएं श्रद्धालुओं को दी जाएंगी।
आध्यात्मिक आयोजनों से समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री साय ने श्रीमद्भागवत कथा के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी और कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजनों से समाज में सकारात्मक ऊर्जा और धार्मिक चेतना का संचार होता है।
इस अवसर पर श्री भूपेंद्र सवन्नी, श्री राजीव अग्रवाल, श्री सरल मोदी, श्रीमद्भागवत कथा के आयोजकगण, स्थानीय गणमान्यजन और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
