दुर्ग, 29 जनवरी: दुर्ग-भिलाई, सूरजपुर और रायपुर के युवाओं ने ऑनलाइन सट्टा और साइबर फ्रॉड के जरिए करोड़ों रुपए की ठगी की योजना बनाई। इस नेटवर्क में शामिल आरोपियों ने लोगों को पैसे का लालच देकर उनके बैंक खातों का नियंत्रण हासिल किया और उनके खातों से 2 करोड़ 85 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन किया।
इस मामले में दुर्ग पुलिस ने 35 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह सभी आरोपी पढ़े-लिखे युवा हैं, जिन्होंने महंगे शौक पूरे करने के लिए ठगी की राह अपनाई थी। आरोपी साइबर फ्रॉड और महादेव सट्टा ऐप्स के माध्यम से पैसे निकालने के लिए अन्य लोगों से उनके बैंक अकाउंट की जानकारी प्राप्त कर रहे थे।
केंद्रीय गृह मंत्रालय से मिले निर्देशों के आधार पर, पुलिस ने 111 संदिग्ध बैंक खातों की जांच की और 35 ऐसे खातों का पता लगाया, जिनसे कुल 2 करोड़ 85 लाख रुपए का लेन-देन हुआ था। इनमें से अधिकांश खातों में ट्रांजेक्शन साइबर ठगी और महादेव ऑनलाइन सट्टा से जुड़े थे।
पुलिस ने 15 खाता धारकों और 20 खाता उपलब्ध कराने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस मामले में पांच महिलाएं भी गिरफ्तार की गई हैं। आरोपी इस नेटवर्क का संचालन दुर्ग-भिलाई के शिक्षित युवाओं द्वारा किया जा रहा था, जिन्होंने अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए यह गैरकानूनी गतिविधि शुरू की थी।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया, उनमें भिलाई के कई नाम शामिल हैं, जैसे श्वेता दुबे, टुकेश्वर ठाकुर, हुमेंद्र पटेल, शुभम रंगारी और विमल साहू। इन युवाओं ने अपने ठगी के काम के जरिए ऑनलाइन सट्टा और साइबर ठगी का एक बड़ा नेटवर्क चलाया था।