दुर्ग के उतई स्थित केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के ट्रेनिंग सेंटर में चयनित अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग के दौरान एक और फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। इससे पहले, सीआईएसएफ की फिजिकल परीक्षा में भी फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था, जिसमें पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें दो दलाल और छह अभ्यर्थी शामिल थे।
अब, सीआईएसएफ के ट्रेनिंग सेंटर में चयनित अभ्यर्थी की जगह एक युवक ट्रेनिंग देने पहुंचा था। सीआईएसएफ अधिकारियों को शक हुआ, और जब उन्होंने युवक के दस्तावेज की जांच की, तो उसमें फोटो का मिलान नहीं हुआ। पूछताछ में युवक ने अपना नाम विनय यादव बताया, जो फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश का निवासी है।
सीआईएसएफ अधिकारियों ने तुरंत युवक को पकड़कर उतई थाना पुलिस के हवाले कर दिया। थाना प्रभारी विपिन रंगारी ने बताया कि यह घटना नए ब्रांच के ट्रेनिंग दौरान हुई थी, और युवक ने सन्नी कुमार का नाम लेकर ट्रेनिंग देने की कोशिश की थी। जांच के दौरान पता चला कि वह सन्नी कुमार नहीं, बल्कि विनय यादव था।
पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश कर दिया। आरोपी ने यूपी के एक दलाल को 4 से 5 लाख रुपए देकर ट्रेनिंग सेंटर में प्रवेश लिया था। पुलिस अब इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।