दुर्ग (छत्तीसगढ़)। गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई मारपीट और हत्या की घटना का कारण गांजा की चिलम तोड़ा जाना बताया जा रहा है। वहीं दुर्ग पुलिस आरोपों से घिर गई है। जहां पुलिस पर मामले में पुलिस पर एक पक्षीय कार्रवाई करने के आरोप लग रहे हैं। वहीं पकड़ में आने पर आरोपियों पर मोहल्ले वासियों के सामने बेरहमी से बेंत बरसाने और चोटिल होने के बावजूद जुलूस निकालने का आरोप लग रहा है। गृहमंत्री के गृह जिला में आए दिन हो रही इस प्रकार की हिंसक वारदातों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है।
इस घटना में मारपीट दोनों पक्षों द्वारा की गई थी फिर भी एक ही पक्ष के खिलाफ कार्रवाई होने से मामला तूल पकड़ने लगा है। हालांकि एएसपी सिटी संजय ध्रुव का कहना है कि घायलों के डॉक्टरी परीक्षण के बाद तथ्य सामने आने पर दूसरे पक्ष के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। जो कि आरोपियों के हिरासत में लिए जाने के 24 घंटे बाद भी नहीं हो सका है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में एक पक्ष के भिलाई कैप निवासी विवेक चौधरी, समीर खान, निहाल राव और पांच नाबालिगों के खिलाफ जुर्म दर्ज कार्रवाई की है।
बता दें कि शनिवार की देर रात शिवनाथ नदी तट पर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया था। एक गुट द्वारा दूसरे गुट के युवकों की गांजा की चिलम तोड़ दिए जाने से विवाद प्रारंभ हुआ था। वहीं मृतक पक्ष द्वारा विवाद का कारण चाय गिरना बताया जा रहा था। जिसके बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। मारपीट के दौरान चाकू और तलवार का खुल कर उपयोग किया गया। इस मारपीट में दुर्ग के ग्रीन चौक निवासी 21 वर्षीय राहुल साहू की मौत हो गई थी। यहां सवाल यह उठ रहा है कि विसर्जन स्थल पर पुलिस द्वारा पुख्ता इंतजाम होने का दावा किया जा रहा है, इसके बावजूद वहां तलवार और चाकू युवकों के पास कैसे मौजूद थे।
हत्या की वारदात और हंगामे के बाद पुलिस हरकत में आई और भिलाई के कैंप एरिया में दबिश दी। आनन फानन में यहां से युवकों को पकड़ लिया गया। जिसके बाद आरोपियों में कुछ के चौटिल होने के बावजूद उनका इलाज कराने की बजाए बेहरमी से पिटाई करते हुए पूरे मोहल्ले में जुलूस निकाला कर पुलिस ने अपनी दबंगई दिखाने कि प्रयास किया।
पुलिस की इस हरकत से नागरिकों में काफी रोष उत्पन्न हो गया है। क्षेत्र के नागरिकों का आरोप है उनके पक्ष के लोग भी इस मारपीट में जख्मी हुए हैं, जिस पर पुलिस सामने वाले पक्ष पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही। वहीं घायलों को उचित उपचार भी मुहैया नहीं कराया जा रहा है।