दुर्ग (छत्तीसगढ़)। मोहन नगर थाना क्षेत्र के शक्ति नगर में मंगलवार की देर युवक की हत्या के आरोपियों को पुलिस ने दबोचे लियि है। पुलिस की गिरफ्त में आए तीनों ही आरोपी नाबालिग है। आरोपियों ने मृतक द्वारा गाली-गलौज और मारपीट किए जाने से छुब्ध होकर इस घटना को अंजाम दिया था। हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए थे। जिनकी पहचान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगालकर की। हत्या के इस मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसपी शलभ सिन्हा ने इनाम देकर प्रोत्साहित किया है।
घटना शक्ति नगर क्षेत्र की है। 7 जून को मोहन नगर पुलिस को सूचना मिली थी कि शक्ति नगर में अशोक देवांगन के घर के बगल वाली गली में एक युवक खुन से सना हुआ बेहोशी के हालत में गिरा पड़ा हुआ है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल को तुरंत उपचार हेतु जिला अस्पताल दुर्ग भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान युवक की मृत्यु हो गई।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना प्रभारी मोहन नगर निरीक्षक विपिन रंगारी नेतृत्व में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग की विषेष टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा घटना स्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण कर घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीव्ही कैमरों के फूटेज प्राप्त कर उनका सूक्ष्मता से अवलोकन प्रारंभ किया गया।
सीसीटीव्ही कैमरे में 03 लड़के हत्या की घटना को अंजाम देते हुये दिखाई दिये उक्त फूटेज को स्थानीय लोगो को दिखाया गया, जिनकी पहचान शक्ति नगर दुर्ग निवासी 03 विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालको के रूप में हुई। टीम द्वारा तीनो विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालको को उनके परिजनों के माध्यम से तलब कर पूछताछ की गई।
तीनों विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालको से पूछताछ करने उन्होंने खुलासा करते हुये बताया गया कि मृतक लुकेश यादव ने 6 जून की रात को उक्त विधि के विरूद्ध संघर्षरत् बालकों के साथ नशे की हालत में मारपीट गाली-गलौच की थी। जिससे वे नाराज थे। उसी रात नाबालिग मोहल्ले की शादी समारोह में शामिल होंगे गए थे। वापसी में रात 01 से 01ः30 बजे के बीच मृतक लुकेश यादव को नशे की हालत में घटना स्थल मे अकेले बैठा हुआ पाया। बदला लेने की नियत से तीनों ने मृतक को धक्का देकर जमीन मे गिरा दिया और वही पर पड़े हुये पत्थर से उसके सिर पर कई बार वार कर चोटिल कर दिया। युवक को गंभीर रूप से घायल कर तीनो विधि के विरूद्ध संघर्षरत बालक अपने-अपने घर भाग गये।
हत्या के मामले का खुलासा करने में एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट के एएसआई राजेश पाण्डेय, पूर्ण बहादुर, हेड कांस्टेबल नरेन्द्र सिंह कांस्टेबल प्रदीप सिंह, केशव साहू, फारूख खान, धीरेन्द्र यादव, सनत, शोभित सिन्हा, उपेन्द्र यादव, पंकज चतुर्वेदी, थाना मोहन नगर से हेड कांस्टेबल शाहीद खान, कांस्टेबल क्रांति शर्मा, सचिन एवं सिविल टीम से कांस्टेबल जावेद, थॉमसन पीटर, कमलेश, गौर राजपूत, भरथरी की उल्लेखनीय भूमिका रही। चंद घण्टो में हत्या के प्रकरण सुलझाने वाली पुलिस टीम को एसपी दुर्ग द्वारा नगद 10 हजार रूपये ईनाम दिया गया।