गांजा तस्करी : मास्टर माइंड जीआरपी कांस्टेबल फरार, 11 किलो गांजा के साथ 4 युवक पकड़ाए

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जिले के मोहन नगर थाना क्षेत्र से गांजा तस्करी के मामले में एक बार फिर गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (जीआरपी) कांस्टेबल के शामिल होने का खुलासा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से कुल 11 किलोग्राम अवैध रूप से संग्रहित गांजा बरामद किया है। पूछताछ में युवकों ने खुलासा किया है गांजा तस्करी का मास्टर माइंड जीआरपी कांस्टेबल है, जो फिलहाल फरार है, पुलिस कांस्टेबल की तलाश कर रही है। बता दें कि इससे पहले भी गांजा तस्करी में जीआरपी की संलिप्तता उजागर हुई थी और पुलिस ने दो कांस्टेबलों को इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

सीएसपी दुर्ग वैभव बैंकर ने बताया कि शहर के धमधा नाका स्थित सूर्या होटल के पीछे भारी मात्रा में अवैध गांजा को रखा गया है। तस्करी कर लाए गए इस गांजा के साथ कुछ युवक भी मौजूद है। सूचना के आधार पर सिविल और मोहन थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर दबिश दी। घेराबंदी कर पीपल के पेड़ के पास चार संदेही युवकों की हिरासत लिया गया। तलाशी में इन युवकों के कब्जे से 11 किलोग्राम अवैध गांजा जब्त किया गया।

पुलिस गिरफ्त में आए शैलेष कुमार ध्रुव (34 वर्ष), अजय कुमार (26 वर्ष), अरूण यादव (29 वर्ष) अजय वर्मा (30 वर्ष) ने बताया कि गांजा केलाबाड़ी निवासी वसीम अहमद द्वारा मुहैया कराया जाता है। वसीम जीआरपी में कांस्टेबल पद पर तैनात है।

इससे पहले भी इन युवाओं को वसीम द्वारा अवैध रूप से बिक्री के लिए गांजा मुहैया कराया गया था। वहीं युवकों की गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही वसीम अंडरग्राउंड हो गया है। जिसकी सरगर्मी से पुलिस तलाश कर रही है। वहीं गिरफ्त में आए युवकों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 (ख), 27(क) के तहत कार्रवाई की गई है ।