रायपुर (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात के लिए मंगलवार को सरगुजा जिले के लुंड्रा विधानसभा के सहनपुर ग्राम पहुंचे। यहां आम के पेड़ के नीचे लोगों से भेंट मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने कई बड़ी घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने युवाओं को बड़ी सौगात देते हुए धौरपुर में नये शासकीय महाविद्यालय की स्थापना की घोषणा की। राजस्व प्रकरणों के निराकरण में तेजी आए इसके लिए मुख्यमंत्री ने धौरपुर में एसडीएम कार्यालय की स्थापना की भी घोषणा की है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात के दौरान कहा कि हमारे अन्नदाता खुश हैं, खुशहाल हैं, इस बात की मुझे बहुत खुशी है। किसानों को उनके उत्पादन का वाजिब रेट मिले, इसलिए छत्तीसगढ़ में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 9 हजार और 10 हजार रुपये प्रति एकड़ इनपुट सब्सिडी दे रहें हैं। कोदो-कुटकी, रागी और लघु वनोपज भी हम समर्थन मूल्य में खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा कि सब्जियों के रेट अप डाउन होते है, सब्जी उत्पादक किसानों को नुकसान न हो, उन्हें सब्जियों का सही मूल्य मिले, इसलिए कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था होनी चाहिए, छत्तीसगढ़ सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है। भेंट-मुलाकात के दौरान एक किसान ने बताया कि कर्ज माफी के फैसले के बाद उन्होंने ट्रेक्टर खरीदा है। ट्रेक्टर रोज 17 से 18 घंटा किराया पर चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने सहनपुर में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, आंगनबाड़ी और राशन दुकान का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री के स्कूल पहुंचने पर बच्चों ने स्वागत गीत सुनाया। बच्चों के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने उन्हें रायपुर की सैर कराने और शाला में मध्यान्ह भोजन के लिए अच्छे शेड का निर्माण के निर्देश कलेक्टर को दिए। बच्चों ने मुख्यमंत्री से खेल सामग्री की भी मांग की। श्री बघेल ने चौपाल में बच्चों की इच्छा पूरी करते हुए उन्हें खेल का सामान दिया। बच्चों ने इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। राशन दुकान के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने राशन लेने आई महिलाओं से राशन वितरण के बारे में जानकारी ली। आंगनबाड़ी में मुख्यमंत्री बड़ी आत्मीयता के साथ बच्चों से मिले तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका से आंगनबाड़ी की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मैं यहाँ पर आप लोगाें से मिलने आया हूं, यह जानने आया हूं कि आपको योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नही। उन्होंने कहा कि हम प्रयास कर रहे है गरीब सशक्त हो। कर्जा माफी योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना जैसी योजनाओं से किसान आर्थिक रूप से सशक्त हुए हैं। लोगों के जेब में पैसा जा रहा है। पहले लोगांे के ट्रेक्टर लोन न पटाने के कारण खींच लिये जाते थे, अब ऐसा ही नही है। चौपाल में ही एक हितग्राही ने बताया कि उन्हें कर्जा माफी योजना से लाभ हुआ है। उन्होंने दो ट्रेक्टर खरीद लिया है, ट्रेक्टर किराये पर देकर 1200 रुपये प्रति घण्टा कमा रहे हैं। एक हितग्राही ने बताया कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना से उन्हें बड़ा लाभ हुआ है, वे मकान बना रही है।