दुर्ग (छत्तीसगढ़)। शहर में अमृत मिशन योजना के लोकार्पण के बाद भी जल संकट से जनता को निजात नहीं मिल पाई है। दर्जन भर वार्ड के नागरिक जलापूर्ति को लेकर परेशान हैं। वहीं विधायक व महापौर जल संकट से मुक्ति मिलने का लगातार दावा करते आ रहे हैं। इस दावे को भाजपा पार्षदों ने खोखला बताया और परेशान नागरिकों के साथ मटका लेकर आज निगम का घेराव किया गया। घेराव के दौरान विधायक व महापौर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
बता दें कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल द्वारा हाल ही में दुर्ग में अमृत मिशन योजना फेस-1 के तहत जल आपूर्ति विस्तार का लोकार्पण किया गया था। इस योजना के पूर्ण हो जाने से निगम प्रशासन व पदाधिकारियों ने दुर्ग शहर को टेंकर मुक्त होने तथा सभी क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में जलापूर्ति किए जाने का दावा किया गया था। इस लोकार्पण कार्यक्रम के बाद भी शहर के दर्जन भर से अधिक वार्डों में जल संकट व्याप्त है। कहीं लो-प्रेशर की शिकायत तो कहीं पानी की सप्लाई नहीं होने की जानकारी लगातार सामने आ रही है। इन शिकायतों के बाद भी निगम प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों ने किसी प्रकार की पहल नहीं की और नतीजतन जनता को सड़क पर उतरना पड़ा।
जलापूर्ति को लेकर बरती जा रही लापरवाही के विरोध में दुर्ग निगम के नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा व भाजपा पार्षदों के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के दौरान भारी संख्या में महिलाएं खाली मटका लेकर मौजूद रही। वहीं प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर शहर विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल भी मौके पर पहुंचे। जहां उन्हें नागरिकों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनका घेराव कर दिया। स्थिति यह बन गई कि पुलिस को विधायक को अपने सुरक्षा घेरे में लेना पड़ा। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने विधायक व महापौर को ज्ञापन सौंपा। चर्चा के दौरान विधायक ने दुर्ग निगम क्षेत्र में जलापूर्ति के जिम्मेदार अधिकारियों को तलब किया और इस समस्या का निराकरण जल्द से जल्द कराए जाने के निर्देश दिए।
प्रदर्शन में पूर्व सभापति दिनेश देवांगन, चंद्रशेखर चंद्राकर, दीपक चोपड़ा, लूकेश बघेल, नितेश साहू।, पार्षद गायत्री साहू देवनारायण चंद्राकर, नरेंद्र बंजारे, नरेश तेजवानी, ओम प्रकाश सेन, लीना दिनेश देवांगन, मनीष साहू, अजीत वैद्य, राकेश भारती, शशि द्वारिका साहू, पुष्पा गुलाब वर्मा, हेमा शर्मा विशेष रूप से शामिल रहे। उन्होंने चेतावनी दी है कि 7 दिनों के अंदर समस्या का निराकरण नहीं होने पर शहर सरकार के खिलाफ जबरदस्त मटका फोड़ आंदोलन किया जायेगा।