दुर्ग (छत्तीसगढ़)। आर्थिक तंगी के कारण जेईई और नीट जैसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं से वंचित रह जाने वाले जिले के प्रतिभाशाली बच्चों के लिए अच्छी खबर है। सरकार अब ऐसे बच्चों को मुफ्त आवासीय कोचिंग देने की तैयारी कर रही है। इसके लिए डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड से 50 लाख रुपए तक खर्च करने की योजना है। कबीरधाम जिले में इस तर्ज पर मुफ्त आवासीय कोचिंग से विद्यार्थियों की व्यापक सफलता के बाद इसे जिले में भी शुरू करने की योजना तैयार की जा रही है।
प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने जिले में पिछले दिनों समीक्षा बैठक की थी। इसमें इस संबंध में निर्णय किया गया था। विधायक अरुण वोरा ने कबीरधाम जिले में डीएमएफ फंड से मुफ्त आवासीय कोचिंग सुविधा और वहां के विद्यार्थियों की सफलता का हवाला देकर यह पहल जिले में भी करने की मांग की थी। इस पर मंत्री मंत्री ने मुफ्त आवासीय कोचिंग सुविधा जिले में भी शुरू करने का भरोसा दिलाया था। साथ ही उन्होंने इसके लिए डीएमएफ फंड से 50 लाख स्वीकृति के लिए कहा था।
कबीरधाम में मिली सफलता
पिछले सीजन में कबीरधाम जिले में मुफ्त आवासीय कोचिंग सुविधा की स्वीकृति दी गई थी। इसके तहत जिला प्रशासन द्वारा प्रतिभावान बच्चों का चयन कर मुफ्त आवासीय कोचिंग की सुविधा मुहैया कराई गई। इसका बेहद सफल परिणाम सामने आया है। कोचिंग लेने वाले कई छात्र जेईई मेन की परीक्षा में सफलता हासिल की है। इससे प्रदेश सरकार का ध्यान इस ओर गया है।
फंड मिलते ही क्रियान्वयन
प्रभारी मंत्री की स्वीकृति के बाद जिले में भी मुफ्त आवासीय कोचिंग की तैयारी शुरू कर दी गई है। विधायक वोरा ने बताया कि राशि मिलते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप इस योजना का क्रियान्वयन शुरू किया जाएगा। इसमें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के प्रतिभावान छात्रों को ज्वाइंट एंट्रेंस एक्जाम, नीट जैसी परीक्षाओं के लिए कोचिंग दी जाएगी।