निगम ने की शिवनाथ इंटकवेल की सफाई की अनदेखी, जलकुम्भी फंसने से जलापूर्ति प्रभावित, कलेक्टर ने लिया जायजा

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। शिवनाथ इंटकवेल की सफाई को लेकर निगम प्रशासन की लापरवाही शहर के लोगों को भारी पड़ गई। लगातार बारिश के बाद मंगलवार को पुलगांव नाले की जलकुंभियां बहकर इंटकवेल में फंसना शुरू हो गई। इससे पर्याप्त पानी शिवनाथ से फिल्टर प्लांट में लिफ्ट नहीं किया जा सका। इस कारण लोगों को मंगलवार की शाम और बुधवार की सुबह पानी से वंचित रहना पड़ा। किसी तरह बुधवार की दोपहर बाद पानी सप्लाई शुरू किया जा सका। इसमें भी शहर के अधिकतर इलाकों के नलों में महज 15 से 20 मिनट ही पानी पहुंचा।
जिले में दो दिन लगातार बारिश के बाद नदी और नालों में उफान की स्थिति है। ऊपरी इलाकों से पानी आने का कारण जहां शिवनाथ का जलस्तर बढ़ रहा है, वहीं पुलगांव नाले में भी पानी का बहाव शुरू हो गया है। पानी के बहाव के साथ पुलगांव नाले की जलकुंभियां शिवनाथ के इंटकवेल में पहुंच रहा है। ये जलकुंभियां इंटकवेल की जालियों में फंस रही है। जिससे मोटर पर्याप्त पानी नहीं खींच पा रहे हैं। निगम प्रशासन द्वारा एक दर्जन से ज्यादा कर्मचारी लगाकर लगातार जलकुंभियों की सफाई कराई जा रही है। निगम प्रशासन ने गुरुवार की सुबह से पानी की सप्लाई सामान्य होने का दावा किया है। निगम के अफसरों को कहना है कि नदी में पानी के कारण यह समस्या सामान्य है। इसके लिए कर्मचारी लगाए गए हैं, जो लगातार इंटकवेल के आसपास की सफाई कर रहे हैं। इससे इंटकवेल में जलकुंभियों का पहुंचना कम हो जाएगा।
हर साल करना पड़ता है समस्या का सामना
जलकुंभियों के इंटलवेल में फंसने की समस्या हर साल की है। हर साल इसी तरह बारिश में इंटकवेल में जलकुंभी फंस जाने का कारण पेयजल सप्लाई प्रभावित होता है। इसके बाद भी निगम प्रशासन द्वारा समय रहते इनकी सफाई पर ध्यान नहीं दिया जाता। पुलगांव नाले के अपस्ट्रीम में जाली लगाकर इन्हें रोका जा सकता है, लेकिन इस दिशा में भी पहल नहीं किया जा रहा।
कलेक्टर पहुंचे इंटकवेल देखने
इंटकवेल में जलकुंभियों के फंसने से पानी सप्लाई में परेशानी के मद्देनजर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे खुद निरीक्षण के लिए शिवनाथ नदी पहुंचे। उन्होंने इंटकवेल के साथ नाले वाले हिस्से का जायजा लिया। इस दौरान भी इंटकवेल में जलकुंभियां फंसा पाया गया। कलेक्टर ने इन्हें तत्काल निकालकर व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए।