रायपुर (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया के निर्देश पर लॉकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ के भीतर विभिन्न जिलों में फंसे लगभग 9 हजार 678 से अधिक श्रमिकों की सकुशल उनके गृह जिला में वापसी हुई है।
छत्तीसगढ़ के भीतर विभिन्न जिलों में स्थित कारखानों तथा नियोजकों द्वारा निर्धारित प्लेसमेंट कैम्प तथा राज्य शासन द्वारा स्थापित राहत शिविरों में रूके हुए श्रमिकों को उनके आग्रह पर सशकुल उनके निवास जिला पहुंचाया जा रहा है। 15 मई की स्थिति में लगभग 9 हजार 678 से अधिक श्रमिकों की उनके गृह जिला में वापसी हुई है। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य दल द्वारा इन श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच के बाद 14 दिन के क्वारेंटीन में भेजा जा रहा है। छत्तीसगढ़ के भीतर विभिन्न जिलों में रूके श्रमिक जिनमें महासमुन्द जिले में रूके 193 श्रमिक, बलौदाबाजार में रूके 308 श्रमिक और रायपुर में जिले में रूके 1502 श्रमिकों को सकुशल उनके गृह जिला पहुंचाया गया है। इसी प्रकार धमतरी जिले में रूके 166 श्रमिक, बिलासपुर-गौरेला-पेन्ड्रा जिले में रूके 1678 श्रमिक, मुंगेली जिले के 840 श्रमिक, कोरबा में रूके 174 श्रमिक, जांजगीर-चांपा में रूके 308 श्रमिक, रायगढ़ में रूके 219 श्रमिक, कबीरधाम में रूके 224 श्रमिक, बेमेतरा में रूके 128 श्रमिक और दुर्ग में रूके 420 श्रमिकों की सकुशल गृह जिला वापसी हुई है।
इसी तरह बालोद जिले में रूके 79 श्रमिक, राजनांदगांव जिले में रूके 287 श्रमिक, कोरिया में रूके 90 श्रमिक, बलरामपुर जिले में रूके 78 श्रमिक, सूरजपुर में रूके 63 श्रमिक, जशपुर में रूके 346 श्रमिक, सरगुजा में रूके 304 श्रमिक, कांकेर में रूके 137 श्रमिक, नारायणपुर जिले में रूके 54 श्रमिक, कोण्डागांव जिले में रूके 187 श्रमिक, गरियाबंद जिले में 192 श्रमिक, जगदलपुर (बस्तर) में रूके 1049 श्रमिक, दंतेवाड़ा में रूके 433 श्रमिक, बीजापुर में रूके 170 श्रमिक और सुकमा जिले में रूके 49 श्रमिकों को सकुशल उनके गृह जिला पहुंचाया गया है।
श्रम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में फंसे हुए श्रमिकों के लिए निःशुल्क रहने-खाने, मास्क सेनेटाइजर आदि की व्यवस्था की जा रही है। राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ के बाहर देश के अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों के लिए हेल्पलाईन नम्बर 0771-2443809, 9109849992 और 7587822800 स्थापित किया गया है। इसी प्रकार समस्त 27 जिलों में भी हेल्पलाईन नम्बर स्थापित किए गए हैं।