दुर्ग (छत्तीसगढ़)। भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय का कहना है कि कोरोना संकट और लॉक डाउन से उपजे हालात को लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भूमिका सकारात्मक नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल न तो गंभीरता से बातें कहते हैं और न ही तथ्यों के साथ। प्रधानमंत्री ने किसी भी निर्णय पहले मुख्यमंत्रियों से बात की, उनसे सलाह पर ही लॉक डाउन संबंधी निर्णय किए गए। फिर भी आरोप लगाना गलत है। राष्ट्रीय महामंत्री ने प्रदेश के भूपेश सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार प्रवासी मजदूरों के मामले में राजनीति कर रही है। हालात यह है कि मजदूरों को सहायता पहुंचाने वालों को रोका जा रहा है और जेल तक भेजा जा रहा है।
केंद्र सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान की घोषणा के बाद राष्ट्रीय महामंत्री व सांसद सरोज पांडेय 20 लाख करोड़ के विशेष पैकेज के संबंध में स्थिति स्पष्ट कर रही थी। इस दौरान उन्होंने मीडिया के सवालों का भी जवाब दिया। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रदेश सरकारों की अनदेखी कर सभी निर्णय पीएमओ से लिए जाने और कोरोना के खतरे को लेकर पहले ही आगाह किए जाने संबंधी सवालों के जवाब में राष्ट्रीय महामंत्री ने स्वीकार किया कि राहुल गांधी ने संसद में बात जरूर कही थी, लेकिन उनकी बातों में न तो गंभीरता थी और न ही कोई भी तथ्य रखा गया था। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों के बीच प्रधानमंत्री ने कोरोना संक्रमण के मामले में बेहतर काम किया है। ऐसे में आरोप लगाकर राजनीति साधने की कोशिश करना गलत है।
पांच आधार जिनसे बनेगा भारत आत्मनिर्भर
राष्ट्रीय महामंत्री ने इस दौरान प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा को भी स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ के पैकेज से 20 आधार स्तंभों को मजबूत करने का प्रयास किया गया है। इसमें इकानॉमी, इन्फ्रास्ट्रक्चर, टेक्नॉलॉजी, मजबूत डेमोक्रेसी और डिमांड और सप्लाई चेन को मजबूत करने की रणनीति शामिल है। उन्होंने कहा कि पैकेज से देश के हर व्यक्ति को फायदा होगा।
मजदूरों की सहायता से रोक रहीं सरकारें
राष्ट्रीय महामंत्री ने बताया कि बड़े शहरों से पलायन को मजबूर मजदूरों के मामले में छत्तीसगढ़ के अलावा पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और पंजाब सरकार राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि कई सरकारें मजदूरों को सहायता करने वालों को रोक रही हैं। सहायता करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को जेल तक भेजा जा रहा है। प्रदेश में कलेक्टर के माध्यम से सहायता बांटने के आदेश को उन्होंने इसका प्रमाण बताया।
फंड देने के बाद लैब नहीं बना पाई सरकार
प्रदेश के भूपेश सरकार के कोरोना संक्रमण के बेहतर नियंत्रण के दावे को हवा-हवाई करार देते हुए राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि सरकार अपना पीठ खुद थपथपा रही है। कोरोना से निपटने प्रदेश सरकार का कोई भी योगदान नहीं रहा है। भाजपा सरकार की दी हुई एम्स और उसके टेस्ट लैब के भरोसे प्रदेश में कोरोना से बचाव चल रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र के फंड देने के बाद सरकार एक टेस्टिंग लैब तक नहीं बनवा पाई है।