शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत में पूरी तरह से डिज़ाइन किए गए पहले AI सर्वर का उद्घाटन किया, जिसे VVDN टेक्नोलॉजीज द्वारा विकसित किया गया है। यह AI सर्वर 8 GPU से लैस है और इसका डिज़ाइन और निर्माण पूरी तरह भारत में किया गया है, जो ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
मंत्री ने मानेसर स्थित VVDN टेक्नोलॉजीज के ग्लोबल इनोवेशन पार्क में नई SMT (Surface Mount Technology) लाइन का उद्घाटन करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर 5 गुना बढ़कर ₹11 लाख करोड़ तक पहुंच चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि अब भारत में ऑटोमोबाइल, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, सिग्नलिंग और सुरक्षा प्रणालियों जैसी जटिल तकनीकों का डिज़ाइन और निर्माण बड़े पैमाने पर हो रहा है।

“भारत की डिज़ाइन क्षमता अब वैश्विक स्तर पर हमारी सबसे बड़ी ताकत बन गई है,” वैष्णव ने कहा। उन्होंने बताया कि VVDN की फैक्ट्री में 5,000 इंजीनियरों की डिज़ाइन टीम है, जो अत्याधुनिक AI तकनीक से लैस उत्पादों पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा, “यह डिज़ाइन कौशल ही भारत को उन देशों से आगे ले जाएगा, जिनके पास इतने प्रतिभाशाली इंजीनियर नहीं हैं।”
इसके साथ ही VVDN ने 1.5 लाख वर्ग फुट में फैले नए मैकेनिकल इनोवेशन पार्क का भी उद्घाटन किया, जहां मोल्ड और टूल मेकिंग, वायर-कट मशीनों और आधुनिक इंजेक्शन मोल्डिंग यूनिट्स की सुविधा होगी। यह डिज़ाइन से लेकर निर्माण तक की संपूर्ण प्रक्रिया को एक ही छत के नीचे लाने वाला केंद्र होगा।
नई SMT लाइन VVDN की अब तक की सबसे बड़ी लाइन है, जो 850mm x 560mm तक के पीसीबी को सपोर्ट करती है और इसकी क्षमता 2.5 लाख कंपोनेंट्स प्रति घंटा (CPH) है।
VVDN ने बताया कि इन नई सुविधाओं के साथ कंपनी 3,000 से अधिक कुशल पेशेवरों को नियुक्त करने की योजना बना रही है, जो सरकार के रोज़गार सृजन और हाई-टेक स्किलिंग के विजन के अनुरूप है।
यह पहल ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में भारत की बढ़ती तकनीकी ताकत को दर्शाती है।
