पटना, 19 मार्च: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने देशभर में तेलंगाना मॉडल लागू करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि अगर यह मॉडल पूरे भारत में लागू हो, तो वंचितों और पिछड़ों को उनका हक और न्याय मिल सकेगा। उन्होंने तेलंगाना की कांग्रेस सरकार द्वारा 42% आरक्षण लागू करने के फैसले का स्वागत किया और इसे ऐतिहासिक कदम बताया।
आरक्षण को लेकर भाजपा पर निशाना
मुकेश सहनी ने आरोप लगाया कि जब बिहार में महागठबंधन की सरकार थी, तब जाति आधारित जनगणना करवाकर आरक्षण का दायरा बढ़ाने का प्रयास किया गया था। लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने इसे नौवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया, जिससे यह मामला कोर्ट में फंस गया। उन्होंने कहा कि वीआईपी पार्टी तेलंगाना में बढ़ाए गए आरक्षण का समर्थन करती है और इसे पूरे देश में लागू करने की मांग करती है।

60 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान
मुकेश सहनी ने बिहार विधानसभा चुनाव में 60 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि वीआईपी पार्टी अपनी रणनीति के तहत कुछ सीटें अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़ देगी। हालांकि, महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर अन्य दलों की प्रतिक्रिया क्या होगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
कांग्रेस ने बदला प्रदेश अध्यक्ष, रणनीति में बदलाव?
इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रदेश अध्यक्ष में बदलाव करते हुए राजेश कुमार को अध्यक्ष नियुक्त किया, जो वंचित समुदाय से आते हैं। इसके साथ ही भूमिहार जाति से आने वाले अखिलेश प्रसाद सिंह की छुट्टी कर दी गई। यह बदलाव कांग्रेस की नई राजनीतिक रणनीति का संकेत माना जा रहा है।
वीआईपी पार्टी का भविष्य और महागठबंधन की रणनीति
चुनाव से पहले वीआईपी पार्टी की यह मांग महागठबंधन की राजनीति को नया मोड़ दे सकती है। सीट बंटवारे के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि मुकेश सहनी के दावे कितने मजबूत हैं और क्या तेलंगाना मॉडल बिहार सहित अन्य राज्यों में लागू किया जा सकता है।
