पटना: बिहार में कांग्रेस नेतृत्व में बड़ा बदलाव हुआ है। पार्टी आलाकमान ने अखिलेश प्रसाद सिंह को हटाकर विधायक राजेश कुमार उर्फ राजेश राम को नया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया है। इससे पहले नए प्रदेश प्रभारी की नियुक्ति के दौरान भी विरोध देखने को मिला था।
अखिलेश प्रसाद सिंह को क्यों हटाया गया?
काफी समय से अखिलेश प्रसाद सिंह के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी थी। उन पर

- पार्टी कार्यालय और जमीन बेचने के आरोप लगे।
- कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार करने की शिकायतें थीं।
- राहुल गांधी के कार्यक्रम में उनके खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन हुआ।
कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनकी शिकायत सोनिया गांधी और राहुल गांधी तक पहुंचाई, जिसके बाद पार्टी हाईकमान ने बड़ा फैसला लेते हुए उन्हें पद से हटा दिया।
कौन हैं नए बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार?
- राजेश कुमार उर्फ राजेश राम औरंगाबाद जिले के कुटुंबा से दो बार से विधायक हैं।
- वे अनुसूचित जाति (SC) समुदाय से आते हैं, जिससे कांग्रेस दलित वोटरों को साधने की रणनीति बना रही है।
- उनकी गिनती कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में होती है।
बिहार चुनाव से पहले बड़ा सियासी दांव
बिहार में 7 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस ने SC समुदाय से नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश की है। पार्टी को उम्मीद है कि इससे दलित वोट बैंक मजबूत होगा।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को राजेश कुमार की नियुक्ति की आधिकारिक घोषणा की। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी में जारी अंतर्कलह को खत्म कर संगठन को मजबूत करना होगी।
