छत्तीसगढ़ के 76वें गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री का संबोधन: राज्य को विकसित बनाने का संकल्प

रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर गर्व और उत्साह के साथ उत्सव मनाया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में राज्य की उपलब्धियों, योजनाओं और भविष्य के लक्ष्यों को प्रस्तुत किया। उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, संविधान निर्माताओं और लोकतंत्र की रक्षा करने वाले वीरों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य अपनी स्थापना की रजत जयंती मना रहा है। यह वर्ष भारत रत्न और छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्मशती का भी है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इसे “अटल निर्माण वर्ष” के रूप में मना रही है और विकास के हर क्षेत्र में उनकी सोच और सुशासन के मंत्र का अनुसरण कर रही है।

प्रमुख घोषणाएं और उपलब्धियां:

  1. किसानों और गरीबों के लिए योजनाएं:
    मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में 68 लाख परिवारों को पांच साल तक मुफ्त राशन दिया जा रहा है। किसानों को 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान का मूल्य और 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीद की जा रही है। भूमिहीन कृषि मजदूरों को “दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना” के तहत 10,000 रुपए सालाना प्रदान किए जा रहे हैं।
  2. महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर:
    “महतारी वंदन योजना” के तहत 70 लाख महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपए दिए जा रहे हैं। इससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है।
  3. औद्योगिक और आर्थिक विकास:
    राज्य में नई उद्योग नीति के तहत सिंगल विंडो सिस्टम और अनुदान योजनाओं के माध्यम से निवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है। अगले 5 साल में 2.5 लाख करोड़ रुपए के निवेश और 5 लाख रोजगार के अवसरों की संभावना है।
  4. शांति स्थापना और माओवाद पर नियंत्रण:
    मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के प्रयासों से माओवाद के गढ़ माने जाने वाले इलाकों में शांति लौट रही है। योजनाओं और विकास कार्यों के माध्यम से इन क्षेत्रों में बदलाव दिख रहा है।
  5. शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार:
    राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू करते हुए 18 स्थानीय भाषाओं में पढ़ाई की व्यवस्था की गई है। स्कूली पाठ्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स को शामिल किया गया है। राज्य में चार नए मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों का विस्तार किया जा रहा है।
  6. पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर:
    राज्य में कांगेर घाटी, गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व और अन्य पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। अंबिकापुर से विमान सेवा और नई औद्योगिक नीति में होम स्टे योजना को बढ़ावा दिया गया है।
  7. डिजिटल गवर्नेंस:
    मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पारदर्शिता के लिए डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा दे रही है। ई-ऑफिस प्रणाली, आईटी टूल्स और “सुगम एप” जैसी तकनीकों के जरिए प्रशासन में पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है।

भगवान श्रीराम के प्रति योजनाएं:
छत्तीसगढ़ को भगवान श्रीराम का ननिहाल बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि “अयोध्या धाम श्रीरामलला दर्शन योजना” के तहत 20 हजार से अधिक लोगों को अयोध्या धाम भेजा गया है।

मुख्यमंत्री ने अंत में सभी नागरिकों से मिल-जुलकर छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने का आह्वान किया।