महापौर, सभापति चुनाव, भाजपा ने बनाया दावेदारी का मन, कल तय हो सकता है प्रत्याशी

नगर पालिक निगम, दुर्ग के निर्वाचन में महज 16 प्रत्याशियों के पार्षद पद पर जीत हासिल किए जाने के बावजूद भाजपा ने महापौर व सभापति पद पर दावेदारी किए जाने का मन बनाया है। इस कारण बहुमत से एक कदम दूर कांग्रेस में स्थानीय स्तर पर प्रत्याशी चयन को लेकर जारी खेमेबाजी को माना जा रहा है। भाजपा इस खींचतान व खेमेबाजी से लाभ हासिल करने की उम्मीद कर रही है।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नगर पालिक निगम की 60 सदस्यीय परिषद के महापौर, सभापति तथा अपील समिति के सदस्यों के निर्वाचन के लिए 6 जनवरी को मतदान होना है। वर्तमान में कांग्रेस के 30, भाजपा के 16 तथा निर्दलीय 13 पार्षद निर्वाचित हुए है। वहीं 1 पार्षद जोगी कांग्रेस खेमे से जीत कर आया है। बहुमत साबित करने 31 पार्षदों की आवश्यकता है। कांग्रेस में अति महत्वकांक्षा के चलते महापौर पद के दावेदारों की संख्या में इजाफा हो गया है। यहां तक कि पहली बार पार्षद पद के लिए निर्वाचित भी अपने नेताओं के संरक्षक में कांग्रेस की ओर से दावेदारी कर रहे है। वहीं महापौर पद सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित होने के बावजूद अगड़े-पिछड़े वर्ग का विवाद प्रारंभ कर दिया गया है। नगर निगम के राजनैतिक क्षेत्र में अनुभव की जिम्मेदारों द्वारा अनदेखी किए जाने से कांग्रेस में खेमेबाजी चरम पर है। स्थिति यह है कि अनुभवी पार्षदों ने समझौता कर अपना खेमा अलग बना लिया है।
इस स्थिति का लाभ भाजपा लेने के फेर में है। भाजपा को उम्मीद है कि उसके अधिकृत 16 निर्वाचित पार्षदों के साथ सभी 13 निर्दलीय पार्षदों व 1 जोगी कांग्रेस के निर्वाचित पार्षद का उन्हें साथ मिल जाएगा। इसके अलावा काग्रेस के पार्षदों में क्रास वोटिंग होने की संभावना भाजपा के रणनीतिकारों को नजर आ रही है। इन सब स्थितियों के मद्देनजर शुक्रवार को भाजपा पार्षदों की एक निजा होटल में नववर्ष मिलन बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें भाजपा प्रत्याशियों द्वारा महापौर व सभापति पद पर दावेदारी किए जाने का निर्णय लिया गया है। हालांकि बैठक में दावेदार किसे बनाया जाएगा, इस पर फैसला नहीं लिया गया है। प्रत्याशियों का नाम रविवार को आयोजित भाजपा के पार्षदों की बैठक में चयन किए जाने की जानकारी सामने आई है।

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