पाकिस्तान का विदेशी ऋण पहली छमाही में 1.2 अरब डॉलर बढ़ा

इस्लामाबाद। नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान का विदेशी सार्वजनिक ऋण पिछले साल अप्रैल-सितंबर की अवधि में 1.2 अरब डॉलर बढ़कर 86.35 अरब डॉलर से अधिक हो गया जिसमें विश्व बैंक और चीन की सबसे बड़ी हिस्सेदारी रही। आर्थिक मामलों के मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष के लिए विदेशी आर्थिक मदद पर जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। इसके मुताबिक, पाकिस्तान को जुलाई-सितंबर, 2023 में 1.5 अरब डॉलर के ऋण भुगतान के मुकाबले 3.5 अरब डॉलर का कुल विदेशी धन मिला जिससे शुद्ध प्रवाह 1.97 अरब डॉलर का रहा। इसके साथ सितंबर, 2023 तक पाकिस्तान सरकार का कुल बाहरी सार्वजनिक ऋण बढ़कर 86.35 अरब डॉलर हो गया। 
मंत्रालय के हवाले से समाचारपत्र ‘द डॉन’ में बृहस्पतिवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुल बाहरी सार्वजनिक ऋण का लगभग 64 प्रतिशत रियायती शर्तों और लंबी परिपक्वता अवधि वाले बहुपक्षीय और द्विपक्षीय स्रोतों से मिला था। पाकिस्तान पर मार्च, 2023 तक बाह्य सार्वजनिक ऋण 85.18 अरब डॉलर था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 64.2 करोड़ डॉलर के नए ऋण समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे और सभी नई प्रतिबद्धताओं को बहुपक्षीय विकास भागीदारों द्वारा वित्तपोषित किया गया था। पाकिस्तान को कर्ज देने वाले बहुपक्षीय संस्थानों में विश्व बैंक 30.6 करोड़ डॉलर के साथ सबसे आगे रहा जबकि चीन 50.9 करोड़ डॉलर के साथ अग्रणी द्विपक्षीय ऋणदाता बनकर उभरा।