वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने बजट पर चर्चा के लिए सदन में पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों को दिया धन्यवाद। टेक्नोलॉजी के व्यापक इस्तेमाल से प्रदेश में आयेगा बड़ा परिवर्तन।

वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने आज विधानसभा में बजट बहस पर चर्चा में भाग लेने वाले प्रतिनिधि सभा के सभी सदस्यों के साथ-साथ विपक्षी सदस्यों और विपक्षी दलों को अपनी ओर से धन्यवाद दिया। वित्त मंत्री ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि मैं बजट चर्चा में भाग लेने वाले सभी सहयोगियों को उनके सुझावों और राय के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।

सदन को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार का पूरा ध्यान बस्तर और सरगुजा पर है। उन्होंने कहा कि सरगुजा और बस्तर को इकोटूरिज्म और प्राकृतिक चिकित्सा स्थल के रूप में विकसित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। बस्तर क्षेत्र में वन उत्पादों के लघु प्रसंस्करण के उद्योग स्थापित किये जा रहे हैं और समन्वित प्रयासों से इन क्षेत्रों की आर्थिक क्षमता को साकार किया जा रहा है।

वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार एक तरफ गोंडी भाषा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है तो दूसरी तरफ नया रायपुर को आईटी क्षेत्र में विकसित करने के लिए भी प्रतिबद्ध है. हम तकनीक का भरपूर उपयोग करने का प्रयास करेंगे, इससे राज्य में बड़ा बदलाव आयेगा.

नये जिलों के बारे में वित्त मंत्री ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि कई नये जिलों में कार्यालय, कॉलेज और बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. हम इन क्षेत्रों के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।

सदन को संबोधित करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि विष्णुदेव साय सरकार ने ही निर्णय लिया था कि प्रति एकड़ 15 क्विंटल की जगह 21 क्विंटल चावल खरीदा जाये. इस उद्देश्य से बजट में कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों के हित के लिए 12 लाख रुपये का प्रावधान भी किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को किसानों की पूरी चिंता है और सदन में किसी के पास किसानों की चिंता करने का कोई कारण नहीं है.

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