सीएम बघेल का अरूण साव के बयान पर पलटवार, बीजेपी को सिर्फ चुनाव के समय याद आते हैं राम

रायपुर (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव की टिप्पणी पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि वे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं क्योंकि राम तो आदि और अंत दोनों हैं। छत्तीसगढ़ से उनका विशिष्ट नाता है। वे कौशल्या के राम हैं, वे शबरी के राम हैं। हम उन्हें अनेक रूपों में देखते हैं। पूजते हैं और स्मरण करते हैं। दुख में सुख में सबमें हम राम का स्मरण करते हैं।

बता दें रायगढ़ में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित राष्ट्रीय रामायण महोत्सव पर टिप्पणी करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा था, कांग्रेस ऐसे आयोजन कराना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सीख रही है। जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी को केवल चुनाव के समय राम को याद करती है। दोनों में अंतर यही है क्योंकि पीएम मोदी से पहले महात्मा गांधी जो कांग्रेसी नेता हैं। जिनको गोली लगी और गोली लगने के बाद प्राण त्यागते हुए उन्होंने हे राम कहा, जबकि ये तो कहते हैं कि आजादी भी 2014 के बाद मिली, ये उसी संस्कृति के लोग हैं।

भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़िया स्टार अनुज शर्मा और कई अन्य लोगों के बीजेपी में शामिल होने पर कहा, अनुज और बाकी लोग पहले भी उन्हीं के साथ थे। जब रमन सिंह मुख्यमंत्री थे तब वे उनके निवास में ही बैठे रहते थे। आज अगर बीजेपी में शामिल हो गए हैं तो कोई नई बात नहीं है।

भूपेश बघेल ने कहा, राजीव गांधी किसान न्याय योजना में अगर हम किसानों को कुछ दे रहे हैं। गरीब परिवार को 35 किलो चावल दे रहे हैं, 400 यूनिट बिजली बिल आधे रेट में दे रहे हैं। भूमिहीन श्रमिक न्याय योजना दे रहे हैं। या फिर गोधन योजना में गोबर खरीद कर रहे हैं। ये सब पीएम मोदी को रेवड़ी लगता है। पीएम कहते हैं कि ये रेवड़ी संस्कृति है। लेकिन ये देकर भी भारत सरकार या भाजपा शासित किसी राज्य से तुलना कर लें। छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था उससे बेहतर है।