कोलंबो। श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया छिपे नहीं हैं और सिंगापुर से उनके स्वदेश लौटने की संभावना है। कैबिनेट प्रवक्ता बंडुला गुणवर्धने ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी। राजपक्षे (73 वर्ष) नौ जुलाई को हुए जनविद्रोह के बाद श्रीलंका से भाग गए थे। साल 1948 के बाद से देश के सबसे खराब आर्थिक संकट से निपटने में विफल रहने के लिये राजपक्षे के खिलाफ महीनों के सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन के बाद लोग राष्ट्रपति भवन में घुस गए थे।
राजपक्षे 13 जुलाई को भागकर पहले मालदीव चले गये थे और वहां से अगले दिन सिंगापुर के लिए रवाना हुए थे। साप्ताहिक कैबिनेट मीडिया ब्रीफिंग में राजपक्षे के बारे में पूछे जाने पर, कैबिनेट प्रवक्ता गुणवर्धने ने संवाददाताओं से कहा कि पूर्व राष्ट्रपति छिपे नहीं हैं और उनके सिंगापुर से लौटने की संभावना है। गुणवर्धने ने कहा कि वह ऐसा नहीं मानते हैं कि पूर्व राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग गए हैं और छिपे हुए हैं। गुणवर्धने परिवहन एवं राजमार्ग और मास मीडिया मंत्री भी हैं। उन्होंने राजपक्षे की संभावित वापसी के बारे में कोई अन्य विवरण नहीं दिया।
सिंगापुर ने श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति को 14 जुलाई को निजी यात्रा पर देश में प्रवेश करते ही 14 दिनों का अल्पकालिक यात्रा पास प्रदान किया था।
‘डेली मिरर’ की खबर के अनुसार, श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति को हिरासत में लेने के लिए सिंगापुर के अटॉर्नी जनरल से किए गए अनुरोध पर टिप्पणी करते हुए, कैबिनेट प्रवक्ता ने कहा कि यदि कोई स्थिति है, तो देश में जिम्मेदार अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएंगे कि पूर्व राष्ट्रपति को कोई नुकसान न हो।

