स्वस्थ मानव-जीवन के लिये स्वच्छता अपरिहार्य, किसी भी परिस्थिति में इसकी उपेक्षा संभव नहीं : भूपेश बघेल

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नगर पालिका कुम्हारी के फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट के निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस प्लांट की क्षमता 6 केएलडी प्रतिदिन (6000 किलो लीटर प्रतिदिन) है ,यानी दो ट्रक फीकल स्लज प्रतिदिन उपचार कर सकती है। मौके पर मौजूद संबंधित अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को प्लांट के मुख्य घटक एवं कार्य प्रणाली से अवगत कराया गया।
मुख्यमंत्री ने स्क्रीन चेंबर से लेकर पॉलिशिंग पाॅन्ड की पूरी प्रक्रिया को बारीकी से समझा। मुख्यमंत्री को बताया गया कि यह प्रकृति आधारित समाधान है, ऐसे उपचारित जल का उपयोग बाग बगीचों व कृषि कार्य में किया जा सकता है व सूखे स्लज का उपयोग खाद के रूप में भी किया जा सकता है। कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्लांट ग्रेविटी आधारित प्लांट है और बिना इलेक्ट्रिसिटी के प्लांट संचालित होता है तो यह बात सुनकर मुख्यमंत्री ने खुशी जाहिर की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि स्वच्छता का सीधा संबंध मानव स्वास्थ्य से है। स्वस्थ मानव-जीवन के लिये स्वच्छता एक अपरिहार्य आवश्यकता है। किसी भी परिस्थिति में इसकी उपेक्षा संभव नहीं है। कुम्हारी के क्षेत्र वासियों के लिए यह प्रदेश का सबसे बड़ा फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया गया है जिससे निसंदेह अपशिष्ट पदार्थ के प्रबंधन में सहायता मिलेगी। इसे आसपास के किसानों को रसायन रहित खाद भी प्राप्त होगा जिससे कृषक उच्च श्रेणी के खाद्यान्न और सब्जियों का उत्पादन कर सकेंगे। निकट क्षेत्र के लोग अपने घर के पौधों के लिए भी यहां से खाद ले सकते हैं और उद्यानों में भी इस खाद का उपयोग किया जा सकता है। मानव अपशिष्ट के उचित निपटान और कारगर व्यवस्था के लिए फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट निश्चित ही एक बेहतर विकल्प है ।
सीएम ने थामा बैडमिंटन का रैकेट, एसपी-कलेक्टर से किए दो-दो हाथ
कुम्हारी में मेंस डबल बैडमिंटन का शानदार नजारा सामने आया। मौका था बैडमिंटन कोर्ट के लोकार्पण का। एक ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन दूसरी ओर कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे व एसएसपी बद्री नारायण मीणा रैकेट हाथ में थामें हुए थे। दोनों ओर से सधे शॉट। 5 मिनट तक यह नजारा दिखा। बता दें कि राज्य में लगातार खेल अधोसंरचना बेहतर हो रही है। मुख्यमंत्री ऐसे मौकों में लोकार्पण के अवसर पर खुद भी खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते और गेंद या रैकेट हाथ में थाम लेते हैं।