नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के एक सरकारी अस्पताल में रविवार की शाम को 46 साल के एक वार्ड बॉय की मौत हो गई, जिसे 24 घंटे पहले ही कोविड वैक्सीन लगाई गई थी। वहीं जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारी इस बात से इंकार किया है कि उसकी मौत की वजह कोविड वैक्सीन है।
बता दें कि वार्ड बॉय महिपाल सिंह की रविवार को सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ होने के चलते मौत हो गई थी। उनके परिवारवालों का कहना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद से ही परेशानी की शिकायत कर रहे थे।
मुरादाबाद के चीफ मेडिकल ऑफिसर एम. सी. गर्ग ने बताया कि महिपाल को शनिवार की दोपहर वैक्सीन लगाई गई थी। रविवार को उन्हें सांस लेने में तकलीफ और सीने में दर्द की शिकायत हुई। उन्होंने शनिवार की रात को अपनी नाइट ड्यूटी भी की थी और तबतक कोई दिक्कत नहीं थी। उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि ‘उनकी मौत कॉर्डियक पॉलमोनरी डिजीज के चलते कॉर्डियक शॉक या स्पेटिमिक शॉक की वजह से हुई है। इसका वैक्सीन से कोई संबंध नहीं है।
वहीं वार्ड बॉय के बेटे विशाल ने कहा कि उनके पिता को पहले से समस्या रही होगी, लेकिन वैक्सीन लगवाने के बाद से उनकी तबियत ज्यादा खराब हो गई। उन्होंने बताया कि मेरे पिता वैक्सीन सेंटर से दोपहर लगभग 1.30 बजे निकले। मैं उन्हें घर लेकर आया। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और खांसी आ रही थी। उन्हें निमोनिया का असर, खांसी और जुकाम था लेकिन घर आने के बाद उनकी तबियत ज्यादा खराब हो गई।