दुर्ग (छत्तीसगढ़)। गुरुवार से जिला अस्पताल में आक्सीजन सिलेंडर युक्त 50 बेड की सुविधा मरीजों के लिए आरंभ हो जाएगी। यह सुविधा आक्सीजन की जरूरत वाले कोविड निगेटिव रिपोर्ट वाले मरीज अथवा संदिग्ध मरीजों के लिए होगी। कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने यह निर्देश जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान दिये। इसके लिए मेल और फीमेल वार्ड तैयार किये जा रहे हैं।
कलेक्टर ने आज जिला अस्पताल परिसर में फीवर क्लीनिक का पुनः निरीक्षण किया। यहां सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के लिए पूरा इंतजाम कर दिया गया है। वरिष्ठ नागरिकों और गंभीर रूप से बीमार लोगों के लिए पृथक काउंटर बनाये गए हैं। फीवर क्लीनिक में बताया गया कि अब तक छह नागरिकों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है जिन्हें कंचादुर स्थित कोविड हास्पिटल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
बेहतर तरीके से दें जानकारी
कलेक्टर ने कहा कि जिन लोग होम आइसोलेशन चाहते हैं उन्हें अंडरटेकिंग और चिकित्सक की अनुमति के पश्चात इसके नियम विस्तार से बताये जाएं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि होम आइसोलेशन के वक्त मेडिकल किट के साथ हिदायतों वाला पैंफलेट भी दिया जाए, साथ ही एक फ्लैक्स भी लगा दिया जाए ताकि लोग विस्तार से इस बारे में जानकारी ले सकें। उन्होंने कहा कि पूरी प्रक्रिया में न्यूनतम समय लगना चाहिए। कोशिश हो कि ज्यादा से ज्यादा लोगों के एक ही दिन में सैंपल लिये जा सकें।
सैंपल पाजिटिव आते ही दिये जाएंगे मेडिकल किट
सभी फीवर क्लीनिक में सैंपल पाजिटिव आते ही मेडिकल किट भी मरीजों को दे दिए जाएंगे। साथ ही हिदायतें भी बता दी जाएंगी। इस संबंध में कलेक्टर ने विस्तार से निर्देश बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि इसके बाद आइसोलेशन कंट्रोल रूम के माध्यम से लगातार मरीजों के स्वास्थ्य की मानिटरिंग की जाएगी। इमरजेंसी कंट्रोल रूम भी पहुंचे, पूछा आज किस तरह के फोन आए- कलेक्टर ने सीएमएचओ आफिस के इमरजेंसी कंट्रोल रूम का निरीक्षण भी किया। वहां उन्होंने पूछा कि किस तरह के फोन आए और उन्हें किस तरह से संतुष्ट किया गया। यहां उपलब्ध स्टाफ ने बताया कि यहां आने वाले फीडबैक को तुरंत उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाता है।
पोटिया और आदर्श नगर फीवर क्लीनिक का लिया जायजा
सभी फीवर क्लानिक में टेस्टिंग सही तरह से हो रही है या नहीं। इस बात के निरीक्षण के लिए कलेक्टर आदर्श नगर और पोटिया पहुंचे। वहां उन्होंने टेस्टिंग की जानकारी ली। वहां मौजूद स्टाफ ने बताया कि साढ़े ग्यारह बजे तक 20 सैंपल लिये गये हैं। दिन भर में पचास सैंपल लिये जा रहे हैं। कलेक्टर ने इसे अपर्याप्त बताया और कहा कि आप 80 सैंपल रोज करने का लक्ष्य लेकर कार्य कीजिए। यहां पर टेस्ट कराने आए बुजुर्गों से कलेक्टर ने बातचीत की। बुजुर्गों ने बताया कि हमें लक्षण नजर आ रहे थे, इसलिए हमने बिना समय गंवाये यहां आने का निश्चय किया। अब थोड़ी देर में हमारी टेस्टिंग हो जाएगी। कलेक्टर ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां पर आप जो दो घंटे देंगे, वो आपकी अमूल्य जिंदगी बचा लेगा। यदि कोविड निगेटिव आयेगा तो आप संतुष्ट होकर घर जाएंगे। पाजिटिव आने की स्थिति में भी जल्द दवा शुरू हो जाने से कुछ ही दिन में आपको आराम आ जाएगा। आपका यह सकारात्मक निश्चय आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। कलेक्टर ने निगम कमिश्नर इंद्रजीत बर्मन को सभी फीवर क्लीनिक की नियमित मानिटरिंग के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित कर लें कि फीवर क्लीनिक में काफी कम समय में टेस्टिंग हो जाए। लोगों को न्यूनतम समय देना पड़े।