मुख्यमंत्री ने शिक्षकों के स्कूल नहीं आने और शौचालय निर्माण का पैसा नहीं मिलने की शिकायतों पर दिए जांच के निर्देश

रायपुर (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज भेंट-मुलाकात अभियान के पांचवें दिन प्रेमनगर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सुमेरपुर में ग्रामीणों से रुबरु हुए। उन्होंने राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं के मैदानी स्तर पर क्रियान्वयन के बारे में लोगों से फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री को ग्रामीणों ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना और नरवा गरवा घुरवा बारी कार्यक्रम से हो रहे लाभों के बारे में बताया और इन योजनाओं के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। 

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में बताया की गोबर से अब पेंट भी बनाया जाएगा। इससे बिजली उत्पादन भी किया जाएगा। स्वसहायता समूहों की महिलाएं बिजली बनाएंगे और इसे बेचकर पैसा भी कमाएंगी। उन्होंने बताया कि सरकार अब गोबर के साथ गोमूत्र भी खरीदेगी।इस अवसर पर विधायक एवं सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री खेल साय सिंह और मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. एस . भारतीदासन भी उपस्थित थे । 

भेंट-मुलाकात के दौरान स्कूल में शिक्षक नहीं आने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को इसकी जांच के निर्देश दिए। उन्होंने वर्ष 2016-17 में ग्राम पंचायत को शौचालय निर्माण की राशि का अब तक का भुगतान नहीं होने के संबंध में शिकायत की जांच के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने वालों पर जरूर कार्रवाई की जाएगी।    
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुमेरपुर में पीडीएस राशन दुकान, आंगनबाड़ी केन्द्र, उप स्वास्थ्य केंद्र, ग्राम पंचायत भवन का निरीक्षण किया और हितग्राहियों से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से बरगद और पीपल पेड़ के नीचे भेंट-मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना सहित गांव में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं के बारे में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने चौपाल के पूर्व उप सरपंच हरिप्रसाद साहू के घर भोजन ग्रहण किया। उन्होंने सादगी पूर्ण बनाए गए भोजन विशेषकर लाल भाजी की तारीफ की। भोजन में उन्होंने मुनगा बड़ी, मूंग हलवा, कढ़ी भी बहुत रूचि से ग्रहण की।

56 करोड़ से अधिक के विकास कार्यो की सौगात
मुख्यमंत्री ने यहां 56 करोड़ रुपए से अधिक लागत के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें करीब 28 लाख रुपए की लागत से निर्मित गणेशपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ क्वार्टर का लोकार्पण, 55.26 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 26 किलोमीटर लंबाई के सलका-कुंडोली मार्ग, चंदरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 28 लाख रुपए के स्टाफ क्वार्टर और ग्राम कोट में 28 लाख रूपए की लागत के उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात के दौरान उपस्थित गौठान से जुड़ी महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं से गोधन न्याय योजना के संबंध में जानकारी ली। साथ ही ग्रामीणों से धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना और भूमिहीन श्रमिक न्याय योजना के बारे में जानकारी ली।
जेनेरिक दवा वितरण-उपलब्धता की ली जानकारी
ग्रामीणों से भेंट-मुलाकात के लिए आज सुमेरपुर पहुंचे मुख्यमंत्री ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (उप स्वास्थ्य केन्द्र) का अवलोकन किया। उन्होंने यहां कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर और एएनएम से प्रतिदिन इलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या और औसत मासिक ओपीडी के बारे में भी जानकारी ली। कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर ने बताया कि यहां उपचार के लिए रोजाना औसत 20-25 लोग आते हैं। हर महीने यहां औसत 350-400 ओपीडी होती है। मुख्यमंत्री ने उप स्वास्थ्य केन्द्र में दवा वितरण काउंटर और भंडार कक्ष भी देखा। उन्होंने जेनेरिक दवा वितरण, दवाईयों की उपलब्धता, स्टाक के रखरखाव और एक्सपायर्ड दवाईयों के निपटान के तरीकों की भी जानकारी ली।
सुमेरपुर ग्राम पंचायत भवन का किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री बघेल ने सुमेरपुर में ग्राम पंचायत भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्राम पंचायत के सचिव से गांव में चल रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने गांव में सिंचाई के लिए किए गए तालाब खुदाई के संबंध में पूछा। पंचायत सचिव ने मुख्यमंत्री को बताया कि गांव में अभी मनरेगा के अंतर्गत सड़क निर्माण, वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन और कचरा प्रबंधन का काम चल रहा है। 
राशन दुकान का निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने सुमेरपुर में राशन दुकान के निरीक्षण के दौरान वहां उपस्थित हितग्राही श्री कौशल प्रसाद साहू को अपने सामने ही तौलकर राशन दिलवाया। राशन दुकान संचालिका ने पीओएस मशीन पर थंब इम्प्रेशन लेकर राशन सामग्री प्रदान की। साहू ने 50 किलो चावल, दो किलो चना और दो किलो नमक प्राप्त किया। इन सामग्रियों के एवज में उन्हें मात्र 27 रूपए का भुगतान करना पड़ा। आगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों को भेंट की पोषण टोकरी
मुख्यमंत्री ने सुमेरपुर में आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों को पोषण टोकरी भेंट की और बच्चों से बड़ी आत्मीयता से चर्चा की। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र खुलने और बंद होने के समय के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र में नियमित आने के लिए प्रेरित किया। 
गौठान से आत्मनिर्भर हो रही महिलाएं
मुख्यमंत्री ने जनचौपाल में गौठान समितियों से जुड़ी स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर गोधन न्याय योजना के बारे जानकारी ली। महिलाओं ने उत्साह से बताया कि अब वे घर खर्च के लिए पति पर निर्भर नहीं रहती। उन्होंने मुख्यमंत्री को गोबर खरीदी से लेकर वर्मी कम्पोस्ट खाद की बिक्री तक विस्तार से जानकारी दी।

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